भावार्थ रत्नाकर Author- JN Bhasin यह ग्रन्थ ज्योतिष पर एक अत्युत्तम अनुसंधानात्मक ग्रन्थ है l श्री रामानुज कृत 'भावार्थ रत्नाकर ' ज्योतिष साहित्य में अपना एक विशिष्ट स्थान रखता है...
Navansh Se Phalit (Hindi) - By VP Goel नवांश से फलित - हिंदी में (वी.पी गोयल) यह पुस्तक नवांश का व्यवहारिक प्रयोग दिखाती है l नवांश के अनेक आयाम जैसे विवाह,...
ग्रन्थ-परिच्चय आयु के विषय में हमारे तपस्वी ऋषियों ने अपनी उत्पाद्य प्रतिभा से अनेक पद्धतियों का विकास किया है। प्रस्तुत ग्रंथ में बादरायण, गर्ग, यवन, पराशर आदि महर्षियों एवं वराह,...
Title: Vakri Grah Rahasya (वक्रि ग्रह रहस्य)Author: Lt. Col. Raj KumarLanguage: HindiCategory: Astrology Description:"Vakri Grah Rahasya" is a profound exploration of the mysterious effects of retrograde planets (Vakri Grah) in...
Yogini Dasha Se Phalit (Hindi) by VP Goel यह पुस्तक योगिनी दशा पद्धति को अपने उस महत्वपूर्ण स्थान पर आसीन करती है, जो स्थान पराशर जी द्वारा दिया गया है।...
ASHTAKAVARGA ( Phalit ki Adhunik Vidhiyan) (Hindi) Author- MS Mehta अप्टकवर्ग भावों एवं ग्रहों के बलाबल के आंकलन करने की एक अद्वितीय पध्दति है और सटीक फलित करने में सही...
Vedic Nakshatra Jyotish (Vedic Celestial Astrology) [Hindi] by S.C. Mishra (Suresh Chandra Mishra) Dive into the mystical world of Vedic Nakshatra Jyotish, where the secrets of the stars unfold to...
चिकित्सा ज्योतिष के मौलिक तत्व Author- KS Charak
चिकित्सा ज्योतिष के मौलिक तत्व वैदिक ज्योतिष की एक स्तरीय पुस्तक है I इसमें जन्म कुंण्डली के विश्लेषण से सम्बंधित नियमो, विशेष रूप से रोग तथा इसके विभिन्न पहलुओ पर ध्यान केंद्रित किया गया है I इस पुस्तक के मुख्य आकर्षण है :
1.रोग के सम्बन्ध में कुंण्डली के विश्लेषण के नियम I
2.कुंण्डली से रोग निर्धारण की अचूक विधि का वर्णन एवं चार वर्ग कुण्डलियो तथा दो प्रकार की दशाओ का प्रयोग I
3. आरोग्य एवम अनारोग्य के नियमो का विवेचन I
4. जन्मजात रोगों के योग I
5.रोगों का प्रकोप तथा उनके परिणामो का सही समय सुनिशिचत करने की विस्तृत विधि I
6. शरीर के किस अंग में रोग होने की सम्भावना है, इसके सम्बन्ध में भावो तथा ग्रहो के कारकत्व एवं द्रेष्काण के प्रयोग का संकेत I
7. बालारिष्ट तथा अरिष्ट भांग के नियमो का विस्तार से वर्णन I
8.रोगों की उत्पति व् परिणाम का निर्णय करने के लिए ज्योतिष के सूक्ष्म नियमो, जैसे बाइसर्वे द्रेष्काण , चौषटवे नवांश, सर्वद्रेष्काण , गुलिक आदि का प्रयोग I
9.रोगों के सूचक कुछ शास्त्रीय योग तथा उनका वास्तविक कुण्डलियो के माध्यम से वैज्ञानिक विवेचन I
Book Title: Bhava ManjriAuthor: SC Mishra (Suresh Chandra Mishra)Language: HindiPublisher: Ranjan Publications Description:"Bhava Manjri" by SC Mishra (Suresh Chandra Mishra) is a detailed and insightful guide into the study of...
फलित नाड़ी ज्योतिष ग्रह युति (एक विह्गम दृष्टिपात )
१. नाड़ी ग्रंथो का परिचय
२. भृगु - नंदी नाड़ी : मूल सिद्धांत
३. ग्रहो की प्रवृति
४. दो अथवा तीन ग्रहो की युति के प्रभाव
५. चार या अधिक ग्रहो की युति
६. जीवन पथ विशलेषण - गुरु गोचर चक्र
७. नाड़ी ज्योतिष के ग्रह युति सरेखण एवं कारकत्व
प्रस्तुत ग्रन्थ में ग्रहों का मानव जीवन पर प्रभाव, ग्रहों के प्रभाव को जानने के साधन, ज्योतिष एवं कर्मवाद, ज्योतिष एवं आयुर्वेद, रोगोत्पति के कारण एवं ज्योतिष शास्त्र में रोग विचार की...