पुस्तक कीं विशेषताएँ
वैदिक ज्योतिष का आधुनिक स्वरूप ग्रहों. नक्षत्रों व राशियों का सरल परिचय , भिन्न 2 लग्नो कं लिए ग्रह. कितने शुभ. कितने अशुभ ,भावों कं कारकत्व व उनमें सभी ग्रहों का प्रथक 2 फल, योग और उनका फल -धन योग. राजयोग, अरिष्ट योग , नभस योग, कुंडली विश्लेषण हेतु आवश्यक तथ्य-जन्मांग , वर्ग कुंडलियों में ग्रह स्थिति, अनुकूल दशा, गोचर, अष्टकवर्ग, दिंशोत्तरी दशा व 'जैमिनी चर दशा का प्रयोग, परामर्श कं लिए आए जातकों की कुंडलियों से द्वादश मावों का, फलादेश वक्री ग्रहों व छिद्र दशा का फल,
संसार की पहली महिला जो अंटार्कटिका अभियान". पर 16 मास तक बफोंले प्रदेश में रही की कुण्डली का रोचक विश्लेषण, कूछ कुंडलियों का विशेष अध्ययन व सत्यापन
वैदिक ज्जयोतिष का संक्षिप्त ऐतिहासिक स्वरूप व अन्य कुछ विषयों से सम्बन्ध l
फलित सरोवर प्रत्येक व्यक्ति को अपने भविष्य में घटित होने वाली शुभाशुभ घटनाओं की जानने की जिज्ञासा रहती है I यही कारण है कि आजकल शिक्षित युवको में भी ज्योतिष...
ज्योतिष शास्त्र भूत, भविष्य तथा वर्तमान का आन्तरिक चित्रण है।जन्मपत्री के द्वादश भावों से जन्म से से मोक्ष तक की जानकारी होती है। इसके तिए आवश्यक है जन्मपत्री का अति शुद्ध निर्माण-इसमें जरा सी गलती होने से ही फलित गतत हो जाता है। इसी कमी को पूरी तरह से दूर करने का प्रयास इस पुस्तक में किया गया है। शुद्ध व सटीक जन्मपत्री निर्माण हेतु सभी आवश्यक एवं उपयोगी सामग्री के
साथ चंद्र स्पष्ट , महादशा , अन्तर्दशा , प्रत्यंतर दसा निकालने के सूत्र ( फ़ॉर्मूलास) उदाहरण सहित दिये गए है, जिससे पाठक स्वयं शुद्ध जन्मपत्री निर्माण कर सकें । पुस्तक पढ़िये और प्रकांड विद्वान् बनने का सपना साकार कीजिये |
विवाह के पहलू व् 'सप्तम भाव' (ग्रहो का विवाह पर प्रभाव ) 'ज्योतिष मंथन ' द्वारा की गई समीक्षा इस प्रकार है - बड़े दिनों बाद विवाह को लेकर एक चिंतनपरक पुस्तक प्रकाशित हुई है जिसमे लेखिका अर्पणा शर्मा ने विवाह की संस्था उसका इतिहास, विवाह से संबंधित विभिन्न योगायोग सप्तम भाव और शुक्र से सम्बंधित कारकत्व, तुला राशि में उच्च एवं नीच ग्रहो का तार्किक विश्लेषण किया गया है I सभी ग्रहो का विवाह से सम्बन्ध, यिन व् यांग ऊर्जा तथा...
Laghu Parashari - Hindi उद्दुदायप्रदीप नामक मौलिक ग्रन्थ 'लघुपाराशरी ' के नाम से प्रसिद्ध है l इस ग्रन्थ में विशोत्तरी दशा पद्धति पर आधारित महत्वपूर्ण श्लोक दिए गए है l...
ज्योतिष और हस्तरेखा कुछ गूढ़ और दुरूह विषय हैं; परन्तु अंक विज्ञान अत्यन्त सरल, सीधा, स्पष्ट और तथ्यपूर्ण विषय है। घर बैठे अपना तथा औरों का भविष्य स्वयं बांचने की सरलतम...
नवग्रह ज्योतिष प्रत्येक जीवित प्राणी विश्व के पर्दे पर नवग्रहों द्वारा प्रतिबिम्बित छायाचित्र के समान है l अर्थार्त विश्व के परदे पर मनुष्य को प्रकाश नवग्रहों से मिलता है l ...
Phalit Jyotish
फलित ज्योतिष अपने आपमें पूर्ण एवं सशक्त विधा है I यह विज्ञानं हमारे पूर्वजो की थाती है, जिसका सही तरीके से अध्ययन, मनन एवं चिंतन आवश्यक है I यह पुस्तक इस दिशा में एक ऐसा माध्यम है, जिसके द्वारा पाठक अपनी जन्मकुंडली से अपने भविष्य का भली- भाति अध्ययन कर सकता है और अपने जीवन को सफलतापूर्वक उसके अनुसार ढाल सकता है I इस पुस्तक में कुछ नये अध्याय जोड़े गये है, जो पाठको के लिए अतयन्त मूलयवान है I इसके अतिरिक्त अंतिम अध्याय में यह भी समझाया गया है कि जन्मकुंडली के माध्यम से किस प्रकार भविष्य फल स्प्ष्ट किया जाना चाहिए I
ओरिएंट पेपरबैक्स जैसी प्रतिष्ठा सस्था ने इस पुस्तक को जिस सुंदरता के साथ प्रकाशित किया है, वह सराहनीय है I मुझे विश्वास है कि पुस्तक के इस परिवर्तित एवं परिवर्धित सस्करण को पाठक उत्तसाह के साथ अपनायेगे I