जैमिनी ज्योतिष से फलित जैमिनी ज्योतिष पद्धति एक अनूठी और आकर्षित करने वाली पद्धति है l यह फलित ज्योतिष का अनुपम साधन है l जैमिनी और पराशरी ज्योतिष के समन्वय...
ASHTAKAVARGA ( Phalit ki Adhunik Vidhiyan) (Hindi) अप्टकवर्ग भावों एवं ग्रहों के बलाबल के आंकलन करने की एक अद्वितीय पध्दति है और सटीक फलित करने में सही मार्गदर्शन का काम...
The Message of This Book The great poet Surdas has expressed sublime thoughts and talked of the inefficacy of all remedies except surrender unto HIM. There are cases when neither...
फलित नाड़ी ज्योतिष ग्रह युति (एक विह्गम दृष्टिपात )
१. नाड़ी ग्रंथो का परिचय
२. भृगु - नंदी नाड़ी : मूल सिद्धांत
३. ग्रहो की प्रवृति
४. दो अथवा तीन ग्रहो की युति के प्रभाव
५. चार या अधिक ग्रहो की युति
६. जीवन पथ विशलेषण - गुरु गोचर चक्र
७. नाड़ी ज्योतिष के ग्रह युति सरेखण एवं कारकत्व
हिन्दू ज्योतिष में कर्म और पुनर्जन्म अनेक जन्मपत्रिकाओं के दृष्टांतो सहित व्याख्यातित पुनर्जन्म के विषय की व्याख्या हेतु पुनर्जन्म के विषय में दोनों जन्मो की जन्मपत्रियों के मध्य ज्योतिषीय सम्पर्क...
आयु निर्णय जातक के जन्मांग पर नाना प्रकार के राजयोग- धनयोग आदि पर विचार करने से पूर्व प्रत्येक ज्योतिषी को सर्वप्रथम जातक की आयु पर विचार करना चाहिए l...