भावार्थ रत्नाकर भावार्थ रत्नाकर एक दृष्टि में द्वादश लग्न विचार १. मेष लग्न जातक - ४५ कुंडलियाँ २. वृष लग्न जातक - ४६ कुण्डलियाँ ३. मिथुन लग्न जातक - ४४...
ज्योतिष एक सम्पूर्ण शाश्त्र है l शाश्त्र का क्रमबद्ध व प्रामाणिक ज्ञान तथा व्यावहारिक समन्वय ये दो तत्त्व मिलकर एक निपुण ज्योतिषी का निर्माण करते हैं l ज्योतिष की आधुनिक...
संज्ञा विचार ( पौराणिक पद्धति से वर्ग विचार ) महर्षि पराशर ने अपने होराशास्त्र में वर्ग कुण्डलियों का महत्व स्वीकारते हुए उन्हें ग्रह साधन व् राशीशील के तुरंत बाद स्थान...
सरलतम षड्बल पुस्तक में १० नये आयाम व् चमत्कारी सूत्रों का प्रयोग किया गया है l विद्याथिर्यों व् पाठकगणो का इसमें अत्यंत सरलता से षड्बल समझ में आ जाएगा l...
फलित ज्योतिष विशेष सूत्रम १.भविष्यकर्ता को भविष्यवाणी करने से पहले जातक की लग्न कुण्डली, चंद्र कुण्डली, नवांश कुण्डली तथा सम्बन्धित वर्ग कुंडली का अध्ययन करना चाहिए I २.कुण्डलियो के अध्ययन...
वेदांग ज्योतिषम महर्षि लगध प्रोक्त प्रस्तुत वेदांग ज्योतिष शास्त्र क़ी गूढ़ व् मौलिक नियमावली प्रकट करता है l लगभग ३५०० वर्ष पूर्व काश्मीर के किसी भूभागपर ऋषि द्वारा यह ग्रन्थ...
ज्योतिष और विवाह योग विवाह मानवीय जीवन की सबसे आवश्यक एवं विचित्र विडम्बना है l जीवन या मरण, चिरआनन्द या चिरस्थाई दुःख सभी कुछ विवाह की परिधि में आबद्ध है...
जातक सारावली- नवम भाव आकाशीय पिण्डों के अध्ययन एवं ज्योतिष शास्त्र के शोध सिद्धांतों से आलोकित व्यवसाय पक्ष का प्रज्वलित प्रकाश पुंज है। व्यवसाय और कर्म के अधिष्ठाता महाप्रभु की परमपावन...