आधुनिक परिवेश में मानव मानसिक और भौतिक समस्याओं से इस प्रकार घिर गया है कि उसे अपने चारों ओर गहनतम अंधकार ही दिखाई देता है। इस अंधकार में “ज्योतिष” प्रकाश की एक किरण के समान उसके सामने आती है और मानव ज्योतिष के द्वारा अपनी राशि, ग्रह-नक्षत्र और उनके योग में अपनी समस्या का समाधान ढूंढ़ने लगता है। समाधान उसेमिल भी जाता है-यहीं से उसे प्रेरणा मिलती है--“ज्योतिष कैसे सीखें" ।
प्रस्तुत पुस्तक पं. केवल आनंद जोशी द्वारा लिखित इसी प्रेरणा का साकार रूप है।
यह पुस्तक मेरे गुरु श्री एस पी खुल्लर जी द्वारा विकसित " कस्पल इंटेरलिंक्स एंड सब सब थ्योरी " अर्थात " नक्षत्र ज्योतिष " पध्दति पर आधारित है l इस पुस्तक में...
यु तो ज्योतिष विज्ञानं पर अनेक ग्रन्थ प्रकाशित हो चुके है और हो रहे है, परन्तु उनकी प्रमाणिकता सदा ही संदिग्ध रही है. प्रस्तुत पुस्तक अब तक प्रकाशित पुस्तकों से है कर लिखी गयी है तथा पूर्णतः प्रमाणिक एवं विश्वसनीय है. लेखक ने इस पुस्तक में अनेक ऐसे तथ्य उजागर किये है, जिन्हे जानकर बड़े-बड़े ज्योतिष भी दांतों टेल उगली दबा लेंगे . रेखाचित्रों की सहायता से उन्होंने अनेक प्रकार की ज्योतिष्य गणनाओं और गणितीय क्रियाओं को नवीन विधियों, सूत्रों एवं प्रक्रियाओं द्वारा इस प्रकार स्पष्ट किया है कि पुस्तक ज्योतिष प्रेमियों के साथ -साथ बड़े -बड़े ज्योतिषियों के लिए, भी...
ज्योतिष शास्त्र भूत, भविष्य तथा वर्तमान का आन्तरिक चित्रण है।जन्मपत्री के द्वादश भावों से जन्म से से मोक्ष तक की जानकारी होती है। इसके तिए आवश्यक है जन्मपत्री का अति शुद्ध निर्माण-इसमें जरा सी गलती होने से ही फलित गतत हो जाता है। इसी कमी को पूरी तरह से दूर करने का प्रयास इस पुस्तक में किया गया है। शुद्ध व सटीक जन्मपत्री निर्माण हेतु सभी आवश्यक एवं उपयोगी सामग्री के
साथ चंद्र स्पष्ट , महादशा , अन्तर्दशा , प्रत्यंतर दसा निकालने के सूत्र ( फ़ॉर्मूलास) उदाहरण सहित दिये गए है, जिससे पाठक स्वयं शुद्ध जन्मपत्री निर्माण कर सकें । पुस्तक पढ़िये और प्रकांड विद्वान् बनने का सपना साकार कीजिये |
विवाह के पहलू व् 'सप्तम भाव' (ग्रहो का विवाह पर प्रभाव ) 'ज्योतिष मंथन ' द्वारा की गई समीक्षा इस प्रकार है - बड़े दिनों बाद विवाह को लेकर एक चिंतनपरक पुस्तक प्रकाशित हुई है जिसमे लेखिका अर्पणा शर्मा ने विवाह की संस्था उसका इतिहास, विवाह से संबंधित विभिन्न योगायोग सप्तम भाव और शुक्र से सम्बंधित कारकत्व, तुला राशि में उच्च एवं नीच ग्रहो का तार्किक विश्लेषण किया गया है I सभी ग्रहो का विवाह से सम्बन्ध, यिन व् यांग ऊर्जा तथा...
Laghu Parashari - Hindi उद्दुदायप्रदीप नामक मौलिक ग्रन्थ 'लघुपाराशरी ' के नाम से प्रसिद्ध है l इस ग्रन्थ में विशोत्तरी दशा पद्धति पर आधारित महत्वपूर्ण श्लोक दिए गए है l...
Jyotish aur Santan Yog [Hindi] by Bhojraj Dwivedi Publisher: Diamond Books ज्योतिष और संतान योग संसार का प्रत्येक मनुष्य, स्त्री या पुरुष चाहे किसी भी जाति, धर्म, व् सम्प्रदाय का क्यों...
ज्योतिष स्वय शिक्षक ज्योतिष विधा से भलीभाँति परिचित व्यक्ति भी इस पुस्तक का अध्ययन करने के पश्चात सुनिश्चित हो जायेगे कि जिस ज्ञान शाखा को वे इतना अधिक प्रेम करते...