पुस्तक कीं विशेषताएँ Author- LC Sharma
वैदिक ज्योतिष का आधुनिक स्वरूप ग्रहों. नक्षत्रों व राशियों का सरल परिचय , भिन्न 2 लग्नो कं लिए ग्रह. कितने शुभ. कितने अशुभ ,भावों कं कारकत्व व उनमें सभी ग्रहों का प्रथक 2 फल, योग और उनका फल -धन योग. राजयोग, अरिष्ट योग , नभस योग, कुंडली विश्लेषण हेतु आवश्यक तथ्य-जन्मांग , वर्ग कुंडलियों में ग्रह स्थिति, अनुकूल दशा, गोचर, अष्टकवर्ग, दिंशोत्तरी दशा व 'जैमिनी चर दशा का प्रयोग, परामर्श कं लिए आए जातकों की कुंडलियों से द्वादश मावों का, फलादेश वक्री ग्रहों व छिद्र दशा का फल,
संसार की पहली महिला जो अंटार्कटिका अभियान". पर 16 मास तक बफोंले प्रदेश में रही की कुण्डली का रोचक विश्लेषण, कूछ कुंडलियों का विशेष अध्ययन व सत्यापन
वैदिक ज्जयोतिष का संक्षिप्त ऐतिहासिक स्वरूप व अन्य कुछ विषयों से सम्बन्ध l
सामुद्रिक शास्त्र के विषय सूचि के कुछ अंश Author- Mithilesh Gupta १. सामुद्रिक शास्त्र, हस्तरेखा विज्ञानं और ज्योतिषशास्त्र एक समान महत्व रखते है २. प्रेम में असफलता ३ सुखहीन विवाह...
ज्योतिष शास्त्र में अंशात्मक चार्ट Author- SBR Mishra
अंशात्मक ज्योतिष के सम्बन्ध में कुछ लिखने के पूर्व यह आवश्यक है कि पाठको को आरम्भिक ज्योतिष का ज्ञान संक्षेप में करा दिया जाय जिससे पुस्तक कि शेष सामग्री को समझने में सरलता हो I मनुष्य का जीवन ८४ लाख योनियो के बाद प्राप्त होता है I एक-एक क्षण अनमोल है I इसका उपयोग कर भगवत तत्व प्राप्त करना जीवन का उद्देश्य है I कर्म ही जीवन है I पृथ्वी लोक भोग - भूमि न होकर कर्म भूमि है I भारतीय दर्शन के अनुसार कर्म तीन प्रकार के है - १. संचित कर्म २. प्रारब्ध कर्म ३. क्रियामाण कर्म I वर्तमान तक किया गया कर्म संचित कहलाता है I यह एक प्रकार से बैंक में जमा राशि है I संचित से कुछ हितकर या अहितकर फल लेकर हम पैदा होते है जिसे प्रारब्ध कहा जाता है I वर्तमान जीवन में जो हम कर्म करते है वह क्रियामाण है I
यह पुस्तक इस बात को ध्यान से रखकर लिखी गयी है कि पाठकगण ज्योतिष से अनभिज्ञ है अत: एक अध्याय प्राम्भिक ज्योतिष का दिया गया है I सप्तम बिन्दु को ध्यान में रखकर भगवान् अनन्त के आत्यनितक अनुग्रह से ज्योतिष शास्त्र के प्रेमी पाठको के सामने यह नूतन रचना प्रस्तुत करते हुए मेझे अपार हर्ष हो रहा है I इसमें वर्गीय कुण्डलियो का विश्लेषण किया गया है तथा अनेक उदाहरण देकर वास्तु को सरल ढंग से समझाने का प्रयास किया गया है I
Author-MS Mehta ज्योतिष शास्त्र के गूढ़ सिद्धान्तों को सही ढंग से समझने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और इसके परिणाम स्वरुप सही फलकथन नहीं कर पाते है l...
गृहस्थ जीवन में ग्रहों के प्रभाव [हिंदी]लेखक: एन. एस. दहिया गृहस्थ जीवन में ग्रहों के प्रभाव एन. एस. दहिया द्वारा लिखा गया एक गहन पुस्तक है, जो यह बताती है...
Jyotishiya Upaya - Sagarलेखक: राज कुमार (लेफ्टिनेंट कर्नल)प्रकाशक: सागर पब्लिकेशन यह पुस्तक ज्योतिषीय उपायों पर केंद्रित है, जिसमें विभिन्न ग्रहों और उनकी दशाओं के प्रभाव को संतुलित करने के लिए...
Jyotish Shastra Mein Chikitsa Shastra (Hindi) By Setubandhu Rameshwar Mishra (SBR Mishra) "Jyotish Shastra Mein Chikitsa Shastra" is an enlightening exploration of the intersection between astrology and medical science. Written...
Title: Vakri Grah Rahasya (वक्रि ग्रह रहस्य)Author: Lt. Col. Raj KumarLanguage: HindiCategory: Astrology Description:"Vakri Grah Rahasya" is a profound exploration of the mysterious effects of retrograde planets (Vakri Grah) in...
Rog aur Swasthaya - Jyotishiya Vishleshan [Hindi] By Raj Kumar Lt Col Publisher- Sagar Publications रोग और स्वास्थ्य - ज्योतिषीय विश्लेषणलेखक: राज कुमार (लेफ्टिनेंट कर्नल)प्रकाशक: सागर पब्लिकेशन यह पुस्तक वैदिक...
Sarvatobhadra Chakra Phaladesh [Hindi] By SK Anil Publisher: Sagar Publications सर्वतोभद्र चक्र फलादेश [हिंदी]लेखक: एस. के. अनिलप्रकाशक: सागर पब्लिकेशन्स सर्वतोभद्र चक्र फलादेश एस. के. अनिल द्वारा लिखित एक अद्वितीय ज्योतिष...
सुगम वेदिक ज्योतिष [हिंदी]लेखक: जी. एस. अग्रवाल सुगम वेदिक ज्योतिष जी. एस. अग्रवाल द्वारा लिखित एक सरल और व्यावहारिक पुस्तक है, जो वेदिक ज्योतिष के मूलभूत सिद्धांतों और उनके उपयोग...
Vedic Ank Jyotish Vol-1 & Vol-2 in Hindi By Ashok Bhatia Vedic Ank Jyotish" is a comprehensive two-volume series authored by Ashok Bhatia, a renowned expert in Vedic numerology. This series...