प्रश्न फल निर्णय
ज्योतिष शास्त्र के तीन प्रमुख अंगो में प्रश्न मार्ग शास्त्र को भी, महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है i जिन व्यक्तियों के अपने जन्मस्थान, जन्मसमय अथवा जन्मतिथि का ठीक से ज्ञान नहीं है, उनके वर्तमान, भूत एवं भविष्य का फलकथन इस शास्त्र द्वारा सफलतापूर्वक किया जा सकता है I इसके अलावा अनेक महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर अधिक सूक्ष्मता के साथ प्रश्न शास्त्र के माध्यम से ही दिए जा सकते है I
प्रस्तुत ग्रन्थ 'प्रश्न फल निर्णय' प्रश्न शास्त्र पर आधारित है I इसमें यात्रा, धनसम्पत्ति, शिक्षा , संतान , रोग , विवाह, वर्षा, आयु और मृत्यु, तेजी-मंदी, आजीविका तथा भाग्योदय आदि विविध प्रकरणों पर अनेक प्रश्नों का फलकथन किया गया है I साथ ही प्रश्नकुंडली निर्माण, स्वर, शकुन, एवं चेष्टाओं की विस्तृत जानकारी, ताजिक शास्त्र के सहमो का प्रयोग, सर्वतोभद्र चक्रादि तथा शांति प्रकरण का भी इसमें समावेश है I
प्रश्न ज्योतिष के सन्दर्भ में 'गागर में सागर ' है यह ग्रन्थ I
भृगु संहिता (फलित दर्पण ) कुंडली मारकर बैठा हुआ सर्प देखने में कितना निष्क्रिय लगता है जबकि असल में, उस समय वह सारी सक्रियता को अपने में समेटे रहता है...
पाराशर होराशास्त्र कलियुग में लोगो के उपकार के निमित्त इस पुस्तक के एक -एक अंश के ज्ञान से महर्षि पराशर ने मैत्रय मुनि को अवगत कराया था I ज्योतिष विषय से...