योग मीमांसा * योग मीमांसा में पाराशरी सिद्धान्तों पर आधारित अनेक ज्योतिषीय योगो का विश्लेषण एवं व्याख्या प्रस्तुत की गई है i * यह विश्लेषण की विधि ज्योतिष के सर्वमान्य नियमो पर आधारित है जिनकी इस महत्वपूर्ण विषय के अध्ययन के समय प्रायः...
प्रश्न दर्पण इस समय ज्योतिष शास्त्र की ६ शाखांए प्रचलित है - जातक, प्रश्न, चिकित्सा , मौसम, राजनीतिक, शकुन, मुहूर्त, अंक और ताजिक I इनमे से प्रत्येक पर भारतीय, यूनानी,...
जब प्रश्नकर्ता और ज्योतिषी का परस्पर सम्पर्क होता है, उसी पल में समस्या का परिणाम छपा होता है। जिसे व्यक्त करती है, प्रश्न कुण्डली | जिसके अन्तर्गत किये गये अभीष्ट...
Jatak Sardeep by SC Mishra ग्रंथ परिचय..... त्रिस्कन्ध ज्योतिष के विशेषज्ञ श्री नृसिंहदैवज्ञ रचित यह ग्रन्थ पन्द्रहवीं सदी में दक्षिण भारत में लिखा गया था। मूल संस्कृत श्लोक सहित पहली...
चंद्र दशा फलदीपिका चंद्र दशा को १२ अध्यायों में विभाजित किया गया है जिनके अध्ययन से चन्द्रमा की महादशा व् अन्तर्दशा के विषय में सम्यक संज्ञान प्राप्त करके सटीक भविष्य...
ज्योतिष कौमुदी भारतीय ज्योतिष में नक्षत्र का अत्यंत महत्व है i किसी भी व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक फैले षोडश अर्थार्त सोलह संस्कारो में नक्षत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाते...