वैदिक ज्योतिष के मौलिक तत्व (VOL 1&11)
* वैदिक ज्योतिष के मौलिक तत्व वैदिक ज्योतिष की पराशरी पद्धति पर आधारित एक उत्कृष्ट एवं समग्र प्रयास है I
* यहां ज्योतिष विषय को क्रमबद्ध तथा वैज्ञानिक विधि से प्रस्तुत किया है I
*वैदिक ज्योतिष के आधारभूत प्रारम्भिक खगोलीय ज्ञान को सुरिचिपूर्ण ढंग से समझाने का प्रयास किया गया है I
* विशोत्तरी तथा योगिनी दो महत्वपूर्ण दशाओ का वर्णन करते हुए विशोत्तरी दशा का विशेष रूप से विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है I
* शोधपरक विषय जैसे वर्गकुण्डलिया, उपग्रह तथा महावस्था आदि क्षेत्रो का भी यहां समावेश किया गया है I
* एक विशेष अध्याय में पौराणिक पाठ्य प्रणाली को उद्घृत किया गया है I
* सफल ज्योतिष भविष्यवाणियों के आधारभूत समस्त महत्वपूर्ण योगो को तीन अध्याय समर्पित किए गए है तथा नाभस योगो को नवीन प्रवर्तन के साथ क्रमबद्ध विधि से प्रस्तुत किया गया है I
* विभिन्न भावो तथा राशियों में सभी ग्रहो की स्थितियों के परिणाम व्यापक रूप से दिए गए है I
* अनेक विषय जैसे ग्रहबल, बालारिष्ट, अरिष्टभंग, आयुगणना, चिकित्सा ज्योतिष, प्रश्नशास्त्र , वर्षफल (ताजिक) , ग्रहगोचर, सुदर्शन चक्र, अष्टक वर्ग, मुहर्त तथा विवाह के लिए कुंडली मिलान आदि स्पष्ट रूप से वर्णित है I
* पुस्तक को उद्घृत कुण्डलियो के साथ मण्डित किया गया है I
* शुद्ध जन्मपत्री बनाने तथा दशाओ की गणना के लिए आवश्यक ज्योतिष के गणित पक्ष को भी विस्तार से समझाया गया है
SCIENTIFIC MATCHING OF HOROSCOPES If face of so many difficulties what can a human being, an astrologer guide do, is to make the best use of his/her abilities and guide...
Saral Upaya Vichar Remedies of Astrological Science Very often it is asked as to what is the use of astrology? Can the malefic result of planets be glozed? According to...
This book is not a conventional and obtuse book on astrology.A person who accepts astrology as a dynamic, wonderful, majestic, practical and humanistic science has written it. To him astrology...
Janampatri Swayam Dekhiye [Hindi] by SC Mishra (Suresh Chandra Mishra) Publisher: Pranav Publications बड़े-बडे शास्त्र ग्रंथो के 'सार सार को गहि रहे' शैली में पाएं निचोड़ को इस लघुकाय ग्रन्थ में ...
प्रारंभिक फलित ज्योतिष प्रत्येक जन्मकुंडली के ग्रह जातक के जीवन पर दो प्रकार के प्रभाव डालते है I उनमे से एक होता है स्थायी तथा दूसरा सामयिक I जन्मकालिक ग्रहो...