वर्षफल विचार अशुद्ध वर्षमान के आधार पर लगभग १५०० वर्षो से अशुद्ध वर्ष कुण्डलिया बनायीं जा रही है जो कि कदापि उचित नहीं l आप शुद्ध वर्षमान से शुद्ध वर्षमान...
Author- Raj Kumar Lt Col
विभिन्न वर्गों की तुलना में नवांश की अपेक्षाकृत महत्ता सभी लोगो ने स्वीकार की है I ज्योतिष इसे जन्मकुंण्डली के ठीक बाद या समकक्ष या उससे भी बेहतर मानते है I लगभग सभी ज्योतिष कोई भी पूर्वानुमान देने से पहले , विभिन्न भावो और ग्रहों की शक्ति जानने के लिए कुंण्डली और नवांश का अध्ययन साथ-साथ करते है I वैदिक ज्योतिष में नवांश की एक उत्कृष्ट स्थिति है और इसके बहुपक्षीय प्रयोग तथा निपुणता किसी भी विषय के सूक्ष्म परिक्षण और गहन अध्ययन के लिए बरबस ध्यान आकर्षित करती है I जेमिनी और नाड़ी पद्धति के अतिरिक्त ज्ञान और बुद्धिमतापूर्ण सिद्धांतो ने इसे और भी महत्वपूर्ण बना दिया है I लेखक ने इन दोनों पद्धतियों का समावेश इस पुस्तक में करने का प्रयास किया है I जन्म कुंण्डली का अध्ययन भावो और ग्रहों के केवल स्थूल संकेत और गुण बताते है I जबकि नावश उनके विस्तृत और सूक्षतम् गुणों को बताते है I नवांश का आकार और विस्तार मूल रूप से एक चौथाई भाग के बराबर है I एक भाव / राशि लगभग ३० डिग्री का होता है जबकि नवांश उसका सूक्षतम् रूप (राशि का १/९ भाग या केवल ३" २०' ही) है जो इसे विलक्षण गुण देता है I
Matching of Horoscopes for Marriage (English) by R. Natarajan 📖 Publisher: CBH🔍 Language: English🔮 Category: Astrology | Marriage Compatibility Matching of Horoscopes for Marriage by R. Natarajan is a comprehensive...
अंक - ज्योतिष दर्पण By Dilip Kumar
ज्योतिष की यह पुस्तक " अंक ज्योतिष दर्पण" बहुत ही सरल, स्पष्ट व् वैज्ञानिक पद्धति से लिखी गई है l जो हिंन्दी नहीं जानते या बहुत कम हिंन्दी जानते है वह भी इस पुस्तक को पढ़ कर अंक ज्योतिष के विषय में अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकते है l आपका रहन -सहन, व्यवहार, प्रवृति के बारे में जानकारी प्राप्त होती है l इस पुस्तक के द्वारा आप बड़ी सरलता से अपना "मूलांक" और " भाग्याँक" जान सकते है l आप स्वय भी अपने प्रचलित नाम के अक्षरों में अंक ज्योतिष के अनुसार परिवर्तन कर सकते है तथा लाभ प्राप्त कर सकते है l इस पुस्तक के द्वारा आप स्वय अपना शुभ अंक, शुभ रंग, शुभ वाहन अंक