Encyclopedia of Vedic Astrology : Vargas The Vargas or the Divisional Chart is an unique way of evaluating not only the real strength of the planets but the level of...
PREFACE Some astrologers hardly understand my book, Jaimini Sutramritam, a commentary both in Sanskrit and English. Of course it is just hearsay, may or may not be true. However one...
In this book the first part speaks about significations of planets, signs and houses in a elaborated way. The speciality of this book is formulas in ashtakavarga system of timing...
Essentials of Predictive Hindu Astrology [English] by R Santhanam Publisher: Sagar Publications Books The author has compiled the work of this nature containing important editorials and relevant contributions in the columns Times...
A 17th century text besides giving the typical bhava effects of all the twelve houses and special combinations for longevity etc.gives the effects of various exchanges (parivartan yoga) involving the...
इल्मे सामुद्रिक की लाल किताब लाल किताब पाँच भागो में क्रमश: 1939,1940, 1941, 1942, और 1952 में प्रकाशित हुई थी l 1952 में प्रकाशित पुस्तक इल्मे सामुद्रिक की लाल किताब...
These palm leaves containing the valuable information on the life and death of human beings were preserved and handed down to their disciples. Each collection is named after the particular...
ज्योतिष शास्त्र में अंशात्मक चार्ट
अंशात्मक ज्योतिष के सम्बन्ध में कुछ लिखने के पूर्व यह आवश्यक है कि पाठको को आरम्भिक ज्योतिष का ज्ञान संक्षेप में करा दिया जाय जिससे पुस्तक कि शेष सामग्री को समझने में सरलता हो I मनुष्य का जीवन ८४ लाख योनियो के बाद प्राप्त होता है I एक-एक क्षण अनमोल है I इसका उपयोग कर भगवत तत्व प्राप्त करना जीवन का उद्देश्य है I कर्म ही जीवन है I पृथ्वी लोक भोग - भूमि न होकर कर्म भूमि है I भारतीय दर्शन के अनुसार कर्म तीन प्रकार के है - १. संचित कर्म २. प्रारब्ध कर्म ३. क्रियामाण कर्म I वर्तमान तक किया गया कर्म संचित कहलाता है I यह एक प्रकार से बैंक में जमा राशि है I संचित से कुछ हितकर या अहितकर फल लेकर हम पैदा होते है जिसे प्रारब्ध कहा जाता है I वर्तमान जीवन में जो हम कर्म करते है वह क्रियामाण है I
यह पुस्तक इस बात को ध्यान से रखकर लिखी गयी है कि पाठकगण ज्योतिष से अनभिज्ञ है अत: एक अध्याय प्राम्भिक ज्योतिष का दिया गया है I सप्तम बिन्दु को ध्यान में रखकर भगवान् अनन्त के आत्यनितक अनुग्रह से ज्योतिष शास्त्र के प्रेमी पाठको के सामने यह नूतन रचना प्रस्तुत करते हुए मेझे अपार हर्ष हो रहा है I इसमें वर्गीय कुण्डलियो का विश्लेषण किया गया है तथा अनेक उदाहरण देकर वास्तु को सरल ढंग से समझाने का प्रयास किया गया है I
This book has been written on the issue of analyzing longevity of nativities as well as the astrological combinations offered by planets and stars. The analysis is based on Nakshatra...
As per classics there could be four goals in human life- Dharma, Artha, Kaam & Moksha. However in the materialistic world of today, most of us think, plan and act...