PRASHNA SHASTRA (VOL I & II) - Hindi Author- Deepak Kapoor प्रश्न ज्योतिष पर लिखी गई यह एक उच्च कोटि की पुस्तक है, जो प्रश्न ज्योतिष के व्यापक विषय को...
Pancha Pakshi Shastra Ke Rahasya - Hin पंच्चपक्षी तमिल संतो एवं महर्षियो की ऐसी अलौकिक देन है जिसे दिनानुदिन जीवन के हर क्षेत्र में अपनाकर एक सफल एवं सुखी जीवन...
ग्रन्थ-परिच्चय आयु के विषय में हमारे तपस्वी ऋषियों ने अपनी उत्पाद्य प्रतिभा से अनेक पद्धतियों का विकास किया है। प्रस्तुत ग्रंथ में बादरायण, गर्ग, यवन, पराशर आदि महर्षियों एवं वराह,...
यह पुस्तक नक्षत्रों पर एक उत्कृष्ट कृति है, यह एक पॉकेट बुक है, जिसमें प्रत्येक नक्षत्र के 10 प्रमुख गुणों का वर्णन किया गया हैं। नक्षत्रों की ये विशेषताएँ किसी...
Sarvatobhadra Chakra Phaladesh [Hindi] By SK Anil Publisher: Sagar Publications सर्वतोभद्र चक्र फलादेश [हिंदी]लेखक: एस. के. अनिलप्रकाशक: सागर पब्लिकेशन्स सर्वतोभद्र चक्र फलादेश एस. के. अनिल द्वारा लिखित एक अद्वितीय ज्योतिष...
Title: Vakri Grah Rahasya (वक्रि ग्रह रहस्य)Author: Lt. Col. Raj KumarLanguage: HindiCategory: Astrology Description:"Vakri Grah Rahasya" is a profound exploration of the mysterious effects of retrograde planets (Vakri Grah) in...
Vedic Nakshatra Jyotish (Vedic Celestial Astrology) [Hindi] by S.C. Mishra (Suresh Chandra Mishra) Dive into the mystical world of Vedic Nakshatra Jyotish, where the secrets of the stars unfold to...
इस पुस्तक के प्रकाशन का मुख्य ध्येय यही रहा है कि ज्योतिष के विद्यार्थी ग्रह, और भाव बल का ठीक-ठीक हिसाब लगा सकें जो शुद्ध ढंग से जन्मकुंडली की व्याख्या...
चिकित्सा ज्योतिष के मौलिक तत्व Author- KS Charak
चिकित्सा ज्योतिष के मौलिक तत्व वैदिक ज्योतिष की एक स्तरीय पुस्तक है I इसमें जन्म कुंण्डली के विश्लेषण से सम्बंधित नियमो, विशेष रूप से रोग तथा इसके विभिन्न पहलुओ पर ध्यान केंद्रित किया गया है I इस पुस्तक के मुख्य आकर्षण है :
1.रोग के सम्बन्ध में कुंण्डली के विश्लेषण के नियम I
2.कुंण्डली से रोग निर्धारण की अचूक विधि का वर्णन एवं चार वर्ग कुण्डलियो तथा दो प्रकार की दशाओ का प्रयोग I
3. आरोग्य एवम अनारोग्य के नियमो का विवेचन I
4. जन्मजात रोगों के योग I
5.रोगों का प्रकोप तथा उनके परिणामो का सही समय सुनिशिचत करने की विस्तृत विधि I
6. शरीर के किस अंग में रोग होने की सम्भावना है, इसके सम्बन्ध में भावो तथा ग्रहो के कारकत्व एवं द्रेष्काण के प्रयोग का संकेत I
7. बालारिष्ट तथा अरिष्ट भांग के नियमो का विस्तार से वर्णन I
8.रोगों की उत्पति व् परिणाम का निर्णय करने के लिए ज्योतिष के सूक्ष्म नियमो, जैसे बाइसर्वे द्रेष्काण , चौषटवे नवांश, सर्वद्रेष्काण , गुलिक आदि का प्रयोग I
9.रोगों के सूचक कुछ शास्त्रीय योग तथा उनका वास्तविक कुण्डलियो के माध्यम से वैज्ञानिक विवेचन I
Successful Marriages With Jupiter In Simha ( A Research) Author- KN Rao If you marry when Jupiter is in Simha does it ruin a marriage? Has it occured to you...
उलझे प्रश्न - सुलझे उत्तर Author- SC Mishra (Suresh Chandra Mishra) ज्योतिष एक अथाह समुद्र है l सैकड़ो पुस्तके इस विषय पर उपलब्ध है l लेकिन कुछ ऐसी समस्याएँ होती...