शक्ति हमेशा पूज्य है । शक्ति का ही एक रूप है यक्षिणी । ब्रह्माण्ड में अनेकों लोक हैं, सबसे निकट का लोक यक्ष और यक्षिणियों का है। पृथ्वी के निकट होने के...
ललिता सहस्त्रनाम (कुण्डलिनी संकेत विधा ) Author- Kulpati Mishr माँ ललिता सौंदर्य, अनुग्रह और आनंद की साक्षात् मूर्ति है l उनमे अगाध श्रद्धा और निष्ठां रखने वाले में भी ये...
पेड़ - पौधो के तांत्रिक प्रयोग और चमत्कारी प्रभाव Author- Vaidya Mahavir Singh प्रत्येक पदार्थ पशु- पक्षी, नर- नारी निर्जीव तथा सजीव पदार्थ एक दूसरे से सम्बन्धित है I इस...
वर्षफल विचार अशुद्ध वर्षमान के आधार पर लगभग १५०० वर्षो से अशुद्ध वर्ष कुण्डलिया बनायीं जा रही है जो कि कदापि उचित नहीं l आप शुद्ध वर्षमान से शुद्ध वर्षमान...
सामुद्रिक ज्ञान और पंचागुली साधना Author- Shashimohan Bahal किसी भी व्यक्ति के रूप, रंग, मुख, नासिका, ललाट, शरीर पर जन्म से अंकित चिन्हों के द्वारा उसके भविष्य के बारे में...
श्री नृसिंह तंत्र (गढ़वाली शाबर) Author- VD Paliwal Shashtri प्राचीन काल से ही भगवान् नृसिंह देव जी का आराधना उपासना, उनके मंत्रो का जप और तांत्रिक सिद्धिया बड़े ही पैमानों...
भारतीय ज्योतिष की परम्परा में जन्म कुण्डली देखकर फलादेश करने के लिए सर्वप्रसिद्ध गन्थों में भूगुसंहिता, मानसागरी, बृहज्जातकम् तथा रावण संहिता और दशानन कृत ज्योतिष के सुनहरी सिद्धान्त सर्वविदित हैं...
चमत्कारी मंत्र साधना Author- Shashimohan Bahal ॐकार के उच्चारण से निकलने वाली तरंगो से उत्पन्न शक्ति का वर्णन करते हुए लिखा है कि यदि 'ॐ' का उच्चारण विधि पूर्वक किया...