भूमिका यदुपचितसन्यजन्मनि शुभाशुभं॑ तस्य कर्मणः प्राप्तिम । व्यज्ञयति शास्त्रमेतत्तमसि द्रव्याणि दीप इव ॥ फलित-ज्योतिष में षड्वर्ग-कुण्डलियों के फलादेश का स्थान बहुत ऊंचा है । इन कुण्डलियों से जातक के धन, भ्राता...
कुण्डली पर विचार करने की विधि नामक यह पुस्तक ज्योतिष के व्यावहारिक और अनुप्रयुक्ति पर है। इस पुस्तक को जनसाधारण द्वारा पसन्द किया गया है। इस पुस्तक के दो खण्डों में जन्म...