खेट- कौतिकम व् चमत्कार चिंतामणि (एक तुलनात्मक अध्ययन ) अब्दुल रहीम खानखाना के फलित ज्योतिष ग्रन्थ - खेट कौतुकेम " जो एक दुर्लभ ग्रन्थ है, की सर्वश्रेष्ठ टीका है l...
जातक सारावली- नवम भाव आकाशीय पिण्डों के अध्ययन एवं ज्योतिष शास्त्र के शोध सिद्धांतों से आलोकित व्यवसाय पक्ष का प्रज्वलित प्रकाश पुंज है। व्यवसाय और कर्म के अधिष्ठाता महाप्रभु की परमपावन...
वैदिक ज्योतिष के मौलिक तत्व (VOL 1&11)
* वैदिक ज्योतिष के मौलिक तत्व वैदिक ज्योतिष की पराशरी पद्धति पर आधारित एक उत्कृष्ट एवं समग्र प्रयास है I
* यहां ज्योतिष विषय को क्रमबद्ध तथा वैज्ञानिक विधि से प्रस्तुत किया है I
*वैदिक ज्योतिष के आधारभूत प्रारम्भिक खगोलीय ज्ञान को सुरिचिपूर्ण ढंग से समझाने का प्रयास किया गया है I
* विशोत्तरी तथा योगिनी दो महत्वपूर्ण दशाओ का वर्णन करते हुए विशोत्तरी दशा का विशेष रूप से विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है I
* शोधपरक विषय जैसे वर्गकुण्डलिया, उपग्रह तथा महावस्था आदि क्षेत्रो का भी यहां समावेश किया गया है I
* एक विशेष अध्याय में पौराणिक पाठ्य प्रणाली को उद्घृत किया गया है I
* सफल ज्योतिष भविष्यवाणियों के आधारभूत समस्त महत्वपूर्ण योगो को तीन अध्याय समर्पित किए गए है तथा नाभस योगो को नवीन प्रवर्तन के साथ क्रमबद्ध विधि से प्रस्तुत किया गया है I
* विभिन्न भावो तथा राशियों में सभी ग्रहो की स्थितियों के परिणाम व्यापक रूप से दिए गए है I
* अनेक विषय जैसे ग्रहबल, बालारिष्ट, अरिष्टभंग, आयुगणना, चिकित्सा ज्योतिष, प्रश्नशास्त्र , वर्षफल (ताजिक) , ग्रहगोचर, सुदर्शन चक्र, अष्टक वर्ग, मुहर्त तथा विवाह के लिए कुंडली मिलान आदि स्पष्ट रूप से वर्णित है I
* पुस्तक को उद्घृत कुण्डलियो के साथ मण्डित किया गया है I
* शुद्ध जन्मपत्री बनाने तथा दशाओ की गणना के लिए आवश्यक ज्योतिष के गणित पक्ष को भी विस्तार से समझाया गया है
योग मीमांसा Author- KS Charak * योग मीमांसा में पाराशरी सिद्धान्तों पर आधारित अनेक ज्योतिषीय योगो का विश्लेषण एवं व्याख्या प्रस्तुत की गई है i * यह विश्लेषण की विधि ज्योतिष के सर्वमान्य नियमो पर आधारित है जिनकी इस महत्वपूर्ण विषय के...
जब प्रश्नकर्ता और ज्योतिषी का परस्पर सम्पर्क होता है, उसी पल में समस्या का परिणाम छपा होता है। जिसे व्यक्त करती है, प्रश्न कुण्डली | जिसके अन्तर्गत किये गये अभीष्ट...
Budh Dasha Phaldipika ये सभी कृतियाँ स्वयं में परिपूर्ण है और समस्त शास्त्रीय ग्रंथो में उपलब्ध सामग्री के साथ- साथ इन कृतियों में लेखकों ने अनेक व्यावहारिक जन्मांगों के विश्लेषण...
प्रश्न फल निर्णय Author- Krishnkant Bhardwaj ज्योतिष शास्त्र के तीन प्रमुख अंगो में प्रश्न मार्ग शास्त्र को भी, महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है i जिन व्यक्तियों के अपने जन्मस्थान, जन्मसमय अथवा...
Nakshatra Phal (Volume 1) - Nakshtron ke Aadhar Par Bhavishyavani aur Upayaलेखक: KT शुबकालनप्रकाशक: सागर पब्लिकेशन यह पुस्तक नक्षत्रों के आधार पर भविष्यवाणी और उनके उपायों को समझने में मदद...
शुक्र पूर्णत: सांसारिक ग्रह है l यह राजसिक, सर्वगुण सम्पन्न तथा समर्थवान है l शुक्र से भाग्य, कामना और इच्छा आदि भावो की अभिव्यक्ति होती है l इसमें काव्यात्मक और...