Sages have commanded use of Yogini Dasha on all horoscopes. Life is not repeat of events every thirty six years and this prejudice is the biggest hurdle in use of...
Yogini Dasha Se Phalit (Hindi) by VP Goel यह पुस्तक योगिनी दशा पद्धति को अपने उस महत्वपूर्ण स्थान पर आसीन करती है, जो स्थान पराशर जी द्वारा दिया गया है।...
Conditional Dasha is a special medicine and takes precedence over general medicine. Shodashottary Dasha is a special Dasha and is applicable to fifty percent of horoscopes. It must be used...
Predicting Through Shasti Hayani Dasha [English] By VP Goel Publisher: Sagar Publications The use of conditional dasha is essential to confirm the readings of any general dasha. This is like an expert...
Kaala Chakra Dasha System ( The Ultimate Predictive Tool In Vedic Astrology ) Kaala Chakra Dasha is unanimously proclaimed as the most efficacious directional system, yet even the top ranking...
These palm leaves containing the valuable information on the life and death of human beings were preserved and handed down to their disciples. Each collection is named after the particular...
Chara Dasha System [English] By Shakti Mohan Singh Publisher: Sagar Publications An Exhaustive Treatise on The User Friendly CHARA DASHA SYSTEM Shakti Mohan Singh - Generally there is no dasha...
नक्षत्रों पर आधारित भविष्यवाणी का उद्गम वैदिक काल में हुआ था, तब इसे " वेदांत ज्योतिष" कहते थे I नक्षत्र शब्द संस्कृत से उतपन्न हुआ है एक विचार के अनुसार इसका अर्थ (नक्ष = प्रवेश ) + ( त्र = रक्षा करने वाला ) है I अत: कुल मिलाकर प्रत्येक नक्षत्र २८ देवताओ में से प्रत्येक का घर अथवा निवास होता है, जो नक्षत्रीय तथा सौर विकास की रक्षा तथा संचालन करते है I नक्षत्रों पर आधारित भविष्यवाणी का मुख्य आधार जन्म - नक्षत्र अथार्त जन्म के समय एक विशेष नक्षत्र में चन्द्रमा की स्थिति है I प्रस्तुत पुस्तक के आगे अध्ययन से पूर्व निम्नलिखित जानकारी/ आंकड़े उपलब्ध होना आवश्यक है-१. जिस वर्षे में जातक का जन्म हुआ है उस वर्ष का ज्योतिष पंचांग I२. जन्म स्थान के अक्षांश तथा रेखांश का निर्धारण करना I३. जातक के जन्म का ठीक समय, दिन, मास तथा वर्ष का निर्धारण यदि जन्म समय किसी देश के निर्धारित समय के अनुसार है तो अक्षांश के आधार पर जन्म का स्थानीय समय भी जानना आवयश्क है I स्थानीय समय निकालने का सूत्र इस प्रकार है : यदि मेरिडियन के पूर्व में स्थित स्थान पर जन्म हुआ है तोअक्षांश की प्रत्येक डिग्री पर उस देश के निर्धारित समय में ४ मिनट जोड़े और यदि जन्मस्थान मेरिडियन के पश्चिम में स्थित है तो अक्षांश की प्रत्येक डिग्री पर निर्धारित समय से ४ मिनट...
Encyclopedia of Vedic Astrology: Dasa Systems The notion that astrologers can unfold lives and reveal what waits at the next bend is a thought that comes to all and populist...