प्रारंभिक फलित ज्योतिष प्रत्येक जन्मकुंडली के ग्रह जातक के जीवन पर दो प्रकार के प्रभाव डालते है I उनमे से एक होता है स्थायी तथा दूसरा सामयिक I जन्मकालिक ग्रहो...
ज्योतिष के झरोखे से जीवन - यात्रा के आयाम १. मूल सिद्धांत २. आयुदार्य ३. रोग/ स्वास्थ्य ४. शिक्षा ५. विवाह एवं वैवाहिक सुख ६. संतान ७. जीविका / व्यवसाय...
विशोत्तरी दशाफल निर्णय सूर्यादि ग्रहो के भावफल, राशिफल, दृष्टिफल, अवस्था फल, राजयोगों, धनयोगों, दरिद्रयोगो तथा अरिष्टादि योगो का समस्त शुभाशुभ फल जातक को सबंधित ग्रहो की दशाओ में ही प्राप्त...
मनचाही सन्तान बेटा और बेटी (सन्तान प्राप्ति की शास्त्रीय एवं विज्ञानं सम्मत जानकारी ) बच्चों की किलकारियां ही घर की शोभा होती है l सन्तान से जंहा स्त्री की पूर्णता...
योग मीमांसा * योग मीमांसा में पाराशरी सिद्धान्तों पर आधारित अनेक ज्योतिषीय योगो का विश्लेषण एवं व्याख्या प्रस्तुत की गई है i * यह विश्लेषण की विधि ज्योतिष के सर्वमान्य नियमो पर आधारित है जिनकी इस महत्वपूर्ण विषय के अध्ययन के समय प्रायः...
प्रश्न दर्पण इस समय ज्योतिष शास्त्र की ६ शाखांए प्रचलित है - जातक, प्रश्न, चिकित्सा , मौसम, राजनीतिक, शकुन, मुहूर्त, अंक और ताजिक I इनमे से प्रत्येक पर भारतीय, यूनानी,...