Cherio's Book of Number Cheiro, the world famous seer tells you all, in this book, about the secret power of numbers. Simply by peering deep into your Date of Birth,...
CHEIRO’S LANGUAGE OF THE HAND Closer study inevilably brings fuller understanding and greater accuracy, and with the deepening of the interest the casually enquiring layman involuntarily develops into the serious...
Chanakya Neeti is a collection of Chanakya's thoughts in "Do's and Don'ts" format which one can apply in the conduct of one's daily life, follow a set of simple rules...
Corporate Guru Dhiru Bhai Ambani Dhirubhai Ambani is India's 'rags to riches and to the richest' story. It is real life adult fairy tale that came true which everyone would like...
प्रस्तुत पुस्तक उस महान व्यक्ति की जीवन यात्रा के अनदेखे पहलूओं को आधार बनाकर लिखी गई है , जिससे प्रत्येक भारतीय अवगत होना चाहता है l "धीरज लाल हीराचंद अम्बानी " नाम की अनूठी शख्शियत को धीरूभाई अम्बानी के नाम से आज सम्पूर्ण विश्व जानता है l वह शक्श जन्म से महान बनकर पैदा नहीं हुआ था , लेकिन वह महान बनने के लिए अवश्य ही पैदा हुआ था l एक साधारण शिक्षक के घर में जन्म लेने वाले उस शिशु ने अपने जीते जी एक ऐसा इतिहास रच दिया , जिसका अतीत में तो कोई सांई नहीं है और न ही भविष्य में होने की सम्भावना है l अपनी अदम्य इच्छाशक्ति की ऊर्जा का दोहन करके धीरूभाई अम्बानी ने जो आर्थिक साम्रज्य खड़ा किया है, वह किसी महामानव के ही बूते की बात थी l कुछ लोग जन्म से महान होते हैं ( महान परिवार में जन्म लेने के कारन ), कुछ पर महानता लाद दी जाती है , लेकिन वस्तुतः महान वही होते हैं जो महान बनते हैं l
सत्रह वर्षीया किशोर , जो एक कर्मचारी के बतौर अदन शैल कंपनी में नौकरी कर रहा था, ने स्वदेश वापसी के पश्चात् छोटी सी पूँजी से अपना व्यापार आरम्भ किया और रिलायंस के विशाल सामाज्य का मालिक बन गया l फ़ोर्ब्स के अरबपतियों की सूची में उसका नाम दर्ज हो गया l लेकिन धीरूभाई अम्बानी में सहृदय मानव भी सांस लेता था l इस कारन वह अपने जीवन में सभी परिचितों का दुलारा भी रहा l पुस्तक में धीरज लाल हीरानंद अम्बानी के जीवन को दिलचस्प अंदाज़ में सचित्र प्रस्तुत किया गया है , जो मनोरंजक होने के साथ ही प्रेरणा स्रोत के रूप में भी आपके लिए अनुकरणीय होगा l
घर के मसालदान द्वारा रोगों से बचाने वाली अनमोल पुस्तक प्रत्येक घर की बडी-बूढियों में दादी मां का स्थान एवं उनका अनुभव सनोंपरि होता है । उन्होंने अपने पूर्वजों द्वारा भी बहुत-कुछ ज्ञान प्राप्त किया होता है । उन्हें बीमारियों को दूर करने के लिए पीढी~दर-पीढ़ी चले आ रहे सरल और गुणकारी घरैलू नुस्खों की पर्याप्त जानकारी होती है । इन्हीं नुस्खों को पनाकरवे घर की बहू-बेटियों, पोते - पोतियों आदि के अनेक रोगों का उपचार सहज तरीके से करने में सफल होती थीं । लेकिन आधुनिक युग में अंग्रेजी चिकित्सा का बोलबाला है । लोग अनेक परेशानियों को झेलने के बावजूद यही चिकित्सा प्रणाली अपनाते हैं । मगर बढती महंगाई को देखते हुए छोटी-मोटी बीमारियों के लिए वैद्यो और डॉक्टरों से चिक्रित्सा कराना किसी भी
दृष्टि से उचित नहीं है । फिर उसमें काफी समय भी बरबाद हो जाता है । रोग को पीड़ा भी बढ़ सकती है । इन सभी दिक्कतों से छुटकारा पाने के लिए प्रस्तुत पुस्तक का अवलोकन करें । यह आपके मामूली रोग ही नहीं, जटिल रोगी का भी शमन करने में सक्षम है । इस पुस्तक में संगृहीत नुस्खे घर के मसालदान , पंसारी की दूकान तथा आसपास उपलब्ध होने जाले पेड़ - पौधों द्वारा तैयार हो जाते हैं । ये न तो अंग्रेजी दवाओं को तरह महगे हैं और न ही किसी प्रकार को हानि पहुंचाने बाले । इन नुस्खों को बनाने में भी बहुत कम समय लगता है