No Products in the Cart
Call Us: +91 99581 38227
From 10:00 AM to 7:00 PM (Monday - Saturday)
दाग की शायरी by Sajan Peshawari
इतिहास में एक से बढ़कर एक ऐसे शायर हुए है, जिनका नाम किसी तआरुफ़ का मोहताज नहीं है l दाग उन्हीं अजीम शायरों में शामिल है l शायरी की दुनिया में उनका नाम बड़े अदब से लिया जाता है l 'मीर ' मोमिन, जौक और ग़ालिब के साथ ही दाग एक ऐसे शायर थे, जिन पर उर्दू अदब को नाज है l उनके शेर पढ़कर जुबां से अनायास ही वाह-वाह निकल पड़ती है :-
तुम्हारे खत में नया इक सलाम किसका था l
न था रकीब तो आखिर वह नाम किसका था
है मेरे दिल की तबाही पे तअज्जुब क्या खूब
आप बरबाद करे जिसको वो बरबाद न हो l
'दाग' को हमने मोहब्बत में बहुत समझाया
वह कहा मान न लेता अगर इन्सा होता l
| 0.5kg | ₹40 |
| 1kg | ₹70 |
| 1.5kg | ₹110 |
| 2kg | ₹130 |
| 2.5kg | ₹138 |
| 3kg | ₹170 |
| 4kg | ₹175 |
| 5kg | ₹200 |
| 7kg | ₹270 |
| 10kg | ₹325 |
| 12kg | ₹420 |
| 15kg | ₹530 |
| 20kg | ₹850 |


