Cleansing Therapy - Cure Yourself [Hindi] अपना इलाज अपने हाथ by Piyush Saxena Publisher: Shanta Publishing House Books मैं, आप, आम जन ही नहीं... सिनेमा जगत के कई सितारे, नामी-गिरामी ब्यूरोक्रेट्स और...
कमर्शियल वास्तु वातावरण में व्याप्त सकारात्मक ऊर्जाओं का उपयोग एवं नकारात्मक ऊर्जाओं का प्रतिरोध ही वास्तु है I वास्तु प्रकृति की ऊर्जाओं का प्रकाश स्तम्भ है I नया निर्माण कराते...
कॉपीकैट मार्केटिंग १०१ आपको इस बारे में जागरूक बनाएगी की ज्यादातर लोग ९५ प्रतिशत की जमात में सिर्फ इसलिए आते है, क्योकि वे गलत दरवाजे खोलने वाले लोगो की नक़ल करते है. वे उन दरवाजों को खोलते है, जो सिमित तनख्वाह, नीरस नोकरिया और आर्थिक पराधीनता की ओर ले जाते है. संक्षेप में, ज्यादातर लोग गलत योजना की नक़ल कर रहे है.
इस पुस्तक में आप सीखेंगे की ज्यादातर लोग जिस वर्तमान सिस्टम की नक़ल कर रहे है, उससे सिर्फ अस्थायी आमदनी हासिल होती है- सच्ची दौलत नहीं मिलती - क्योकि यह पैसे- के- बदले- समय की सामान्य बुद्धि पर आधारित है.
आप सीखेंगे की सच्ची दौलत बनाने की कुंजी है लीवरेज. आप लीवरेज का एक बहुत अद्धभूत तरीका देखेंगे, जिसकी नक़ल दौलतमंद लोग सदियों से कर रहे है. यह तरीका है तीव्र घाताकीय वृद्धि.
आप सीखेंगे की दौलत बनाने का "रहस्य' हर एक के लिए उपलब्ध है, जिसमे अiप और में भी शामिल है, क्योकि इसकी बुनियाद एक ऐसी चीज है, जिसमे हम सभी बड़े माहिर है- नक़ल करना.
सबसे बड़ी बात, इस पुस्तक में सीखेंगे की आम आदमी किस तरह पैसे के बदले समय के जाल को तोड़ सकता है. इसके लिए तो उसे दौलत बनाने के एक आसान सिस्टम की नक़ल पर करनी है, जो आर्थिक स्वतंत्रता के दरवाजे खोल देगा- हमेशा -हमेशा के लिए.
प्रस्तुत पुस्तक उस महान व्यक्ति की जीवन यात्रा के अनदेखे पहलूओं को आधार बनाकर लिखी गई है , जिससे प्रत्येक भारतीय अवगत होना चाहता है l "धीरज लाल हीराचंद अम्बानी " नाम की अनूठी शख्शियत को धीरूभाई अम्बानी के नाम से आज सम्पूर्ण विश्व जानता है l वह शक्श जन्म से महान बनकर पैदा नहीं हुआ था , लेकिन वह महान बनने के लिए अवश्य ही पैदा हुआ था l एक साधारण शिक्षक के घर में जन्म लेने वाले उस शिशु ने अपने जीते जी एक ऐसा इतिहास रच दिया , जिसका अतीत में तो कोई सांई नहीं है और न ही भविष्य में होने की सम्भावना है l अपनी अदम्य इच्छाशक्ति की ऊर्जा का दोहन करके धीरूभाई अम्बानी ने जो आर्थिक साम्रज्य खड़ा किया है, वह किसी महामानव के ही बूते की बात थी l कुछ लोग जन्म से महान होते हैं ( महान परिवार में जन्म लेने के कारन ), कुछ पर महानता लाद दी जाती है , लेकिन वस्तुतः महान वही होते हैं जो महान बनते हैं l
सत्रह वर्षीया किशोर , जो एक कर्मचारी के बतौर अदन शैल कंपनी में नौकरी कर रहा था, ने स्वदेश वापसी के पश्चात् छोटी सी पूँजी से अपना व्यापार आरम्भ किया और रिलायंस के विशाल सामाज्य का मालिक बन गया l फ़ोर्ब्स के अरबपतियों की सूची में उसका नाम दर्ज हो गया l लेकिन धीरूभाई अम्बानी में सहृदय मानव भी सांस लेता था l इस कारन वह अपने जीवन में सभी परिचितों का दुलारा भी रहा l पुस्तक में धीरज लाल हीरानंद अम्बानी के जीवन को दिलचस्प अंदाज़ में सचित्र प्रस्तुत किया गया है , जो मनोरंजक होने के साथ ही प्रेरणा स्रोत के रूप में भी आपके लिए अनुकरणीय होगा l
दाम्पत्य सुख (ज्योतिष के झरोखे से) ज्योतिष शास्त्र का विषय सूक्ष्म और गहन है, इसका प्रयोजन भविष्य की घटनाओ का परिचय कराना ही नहीं, अपितु परिचय देकर लाभ कराना भी...
घर के मसालदान द्वारा रोगों से बचाने वाली अनमोल पुस्तक प्रत्येक घर की बडी-बूढियों में दादी मां का स्थान एवं उनका अनुभव सनोंपरि होता है । उन्होंने अपने पूर्वजों द्वारा भी बहुत-कुछ ज्ञान प्राप्त किया होता है । उन्हें बीमारियों को दूर करने के लिए पीढी~दर-पीढ़ी चले आ रहे सरल और गुणकारी घरैलू नुस्खों की पर्याप्त जानकारी होती है । इन्हीं नुस्खों को पनाकरवे घर की बहू-बेटियों, पोते - पोतियों आदि के अनेक रोगों का उपचार सहज तरीके से करने में सफल होती थीं । लेकिन आधुनिक युग में अंग्रेजी चिकित्सा का बोलबाला है । लोग अनेक परेशानियों को झेलने के बावजूद यही चिकित्सा प्रणाली अपनाते हैं । मगर बढती महंगाई को देखते हुए छोटी-मोटी बीमारियों के लिए वैद्यो और डॉक्टरों से चिक्रित्सा कराना किसी भी
दृष्टि से उचित नहीं है । फिर उसमें काफी समय भी बरबाद हो जाता है । रोग को पीड़ा भी बढ़ सकती है । इन सभी दिक्कतों से छुटकारा पाने के लिए प्रस्तुत पुस्तक का अवलोकन करें । यह आपके मामूली रोग ही नहीं, जटिल रोगी का भी शमन करने में सक्षम है । इस पुस्तक में संगृहीत नुस्खे घर के मसालदान , पंसारी की दूकान तथा आसपास उपलब्ध होने जाले पेड़ - पौधों द्वारा तैयार हो जाते हैं । ये न तो अंग्रेजी दवाओं को तरह महगे हैं और न ही किसी प्रकार को हानि पहुंचाने बाले । इन नुस्खों को बनाने में भी बहुत कम समय लगता है
दैवज्ञ बल्ल्भा आचार्य वराहमिहिर विरचित "दैवज्ञ बल्ल्भा " प्रश्न शास्त्र का दुर्लभ एवं मानक ग्रन्थ है I इसमें प्रश्न - शास्त्र के समस्त सिद्धान्तों, तथ्यों जीवनोपयोगी प्रश्नो का विवेचन शास्त्रीय...