बैकुंठवासी गुरु चन्द्रभानु पाठक जी के दर्शन का सौभाग्य तो मुझे एक ही बार मिला था, पर उनकी शिष्या विजयलक्ष्मी जैन के कारण मै उनके बैकुण्ठवास तक उनके संपर्क में...
भावार्थ रत्नाकर यह ग्रन्थ ज्योतिष पर एक अत्युत्तम अनुसंधानात्मक ग्रन्थ है l श्री रामानुज कृत 'भावार्थ रत्नाकर ' ज्योतिष साहित्य में अपना एक विशिष्ट स्थान रखता है i यह ग्रन्थ...
भावार्थ रत्नाकर भावार्थ रत्नाकर एक दृष्टि में द्वादश लग्न विचार १. मेष लग्न जातक - ४५ कुंडलियाँ २. वृष लग्न जातक - ४६ कुण्डलियाँ ३. मिथुन लग्न जातक - ४४...
ज्योतिष-विद्या सही है या नहीं, यह बात भले ही विवाद का विषय हो, पर यह सच है कि प्राचीनकाल से ही, दुनिया के साधारण व्यक्ति से लेकर शासकों, सेनापतियों और विचारकों आदि...
भावकुतूहलम
'भावकुतूहलम' ज्योतिष जगत में एक जाना पहचाना ग्रन्थ है I ज्योतिष के जातक खंड में विधमान ग्रन्थों की शृंखला की यह एक अनुपम और महत्वपूर्ण कड़ी है I इसके प्रणेता पंडित जीवनाथ मिथिला के मैथिल ब्रहामण थे I इनके पिता ज्योतिविर्द पंडित शम्भूनाथ तथा पितामह पंडित करुणाकर प्रभृत अपने समय के विख्यात देवज्ञ थे I
इस ग्रन्थ के लघुकलेवर में ज्योतिष सम्बन्धी अनेक महत्वपूर्ण जानकारियो को समायोजित कर इस ग्रन्थ की महत्ता और गुणवत्ता की वृद्धि आचार्य ने की है I यह सम्पूर्ण ग्रन्थ सत्रह अध्यायों से सुसज्जित है , जिसमे सामान्यत: ज्योतिविषयक महत्वपूर्ण जानकारियाँ संगृहत है I
भावकुतूहलम के अध्यायों में वर्णित विषय वास्तु के अध्ययन से सामान्य व्यक्ति भी फलादेश कर सकने में समर्थ हो सके इसलिए प्रस्तुत हिंदी टिका में आवश्यकता के अनुरूप विशेष चर्चा के साथ-साथ आवश्यकतानुसार उदाहरण भी दिए गए है I आशा है की इस विषय के जिज्ञासु प्रस्तुत संस्करण के अध्ययन से लाभान्वित होंगे I
विहंगम दृष्टि : भाग एक सभी द्वादश' लग्न जातक के गुण दोष तथा व्यक्तित्व का परिचय। सभी लग्नों के लिए शुभ व अशुभ ग्रह। लग्न संबंधी योग (धनी, संतान सुख,...
Bhgyawano Ki Kundliyan अवतारों , महान पुरुषों एवं विशिष्ट व्यक्तियों की कुंडलियों का विवेचन जन्मकुंडली रुपी दीपक से सम्पूर्ण भावी फल उसी प्रकार प्रकट हो जाता है, जिस प्रकार रात...
प्रस्तुत पुस्तक - भूत - प्रेत , ऊपरी हवा निवारक टोटके का मूल उद्देश्य पाठकों को प्राचीन भारतीय तांत्रिकों , अघोरियों , योगियों , ऋषिमुनियों और तंत्र साधकों द्वारा अपनाई गई तंत्र विद्या और इसमें वर्णित टोटके एवं...
भृगु सरल पद्धति भृगु सरल पद्धति सात- आठ सालो में शृखंला बद्ध तरीको से पैंतीस तकनीकों का विवेचन किया है l लेकिन हम इनका प्रयोग अन्य विधियों के साथ मिलाकर...
भृगु नवनीतम (भृगु सूत्र तथा भृगु संहिता पर आधारित ) भृगु के नाम पर ऐसी भी पुस्तके प्रकाशित हो रही है जिनका भृगुकालीन होना संदेहास्पद है l 'भृगु - नवनीतम'...