लाल किताब (व्याकरण और व्याख्या )
प्रस्तुत पुस्तक में लाल - किताब पद्धति से कुण्डली की व्याख्या करने के लिए उसके सिद्धान्तों को जो उसके व्याकरण विभाग में दिये हुए है जानना अति आवश्यक है, क्योकि लाल- किताब पद्धति की अपनी एक अलग व्याकरण है जो परम्परागत ज्योतिष से कुछ हट कर है I अत: प्रस्तुत पुस्तक में लाल -किताब के व्याकरण खण्ड को लेकर उसको सर भाषा में प्रस्तुत करने की एक छोटा सा प्रयत्न है ताकि जनसाधारण भी इसको अच्छी तरह जान कर इसको अपने उपयोग में लाकर अपने जीवन में अपने को समर्थ बना सके I
व्याकरण परिचय
ग्रहो के पक्के घर
एक ग्रह का दूसरे ग्रह से सम्बन्ध
ग्रह राशि का आपसी सम्बन्ध
सोया भाव और सोया ग्रह
आयु के कौन से वर्ष में किस राशि न. व् भाव न. के ग्रह प्रभावी होंगे इत्यादि I
अंक ज्योतिष अंको की गणित का ज्योतिष से गहरा सम्बन्ध है l ज्योतिष का काम अंको के बिना नहीं चलता l 'अंक ज्योतिष ' या न्यूमेरोलॉजी मुलत: गणित की संख्या...
इल्मी सामुद्रिक लाल किताब प्रस्तुत पुस्तक लाल किताब के सन १९४२ के संस्करण " इल्मे सामुद्रिक की लाल किताब " का हिन्दी अनुवाद है l इस संस्करण में पंडित जी...
अपना भविष्य स्वय जानिए जिस प्रकार किसी औषधि के सेवन से प्रयत्न पूर्वक रोग को दूर या कम किया जा सकता है, उसी प्रकार ज्योतिष शास्त्र की सहायता से भुत,...