Homeo Chikitsa [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara होमियो चिकित्सा यदि आप चाहते है कि इस पुस्तक में दी गई दवाइयों से आप अपने आप को, अपने परिवारजनों एवं अपने मित्रो को स्वस्थ रख सके तो आप होमियोप्रज्ञा के छः दिवसीय कार्यक्रम में अवश्य भाग ले I केवल छः दिनों में ही आप इस योग्य बन सकते है और आप इस पुस्तक का पूर्ण लाभ उठा सकते है I इस कार्यक्रम में आप सबका स्वागत है I यदि आप ओशोधारा के साधक नहीं है तो भी आप इस कार्यक्रम में भाग ले सकते है I होमियोपैथी एक अत्यंत ही सरल एवं प्रभावशाली चिकित्सा प्रणाली है I बस थोड़ी सी जानकारी की आवश्यकता है, जो इस छः दिवसीय...
Prabhu ki Khoj [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara प्रभु की खोज अगर प्रभु के मार्ग पर चलना चाहते हो, तो विवेक पैदा करने की जरूरत है I एक तो भंवर जाल...
Dhyan se Nirvan ki Aur [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara ध्यान से निर्वाण की ओर अंतर्यात्रा ध्यान से शुरू होती है I लेकिन इसकी मंजिल निर्वाण है और मध्य से समाधि...
Sadho Sahaj Samadhi Bhali [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara साधो सहज समाधि भली रामायण, गीता, पुराण, भागवत, योग, ज्योतिष आदि विषयो पर काफी लोगो ने प्रवचन दिए I मगर संतो की...
Kushal Bharat [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara कुशल भारत जापान की चतुर्दिक सफलता के पीछे कौशल चक्र (क्वालिटी सर्किल ) का हाथ है और कौशल चक्र अभियान की सफलता के पीछे...
Nahi Ram Binu Thaav [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara
नहीं राम बिनु ठांव
कितने भी पाप तुमने किए हों, लेकिन गोविन्द से पल भर भी मिलन हों जाए, तो सारे कर्म बन्ध तुम्हारे नष्ट हों जाते है I जैसे हजारो साल का अँधेरा हों I लेकिन पल भर दिया सलाई जला दो, तो अँधेरा ये नहीं कहेगा कि मैं हज़ारो साल से यहां हूँ I ऐसे कैसे चला जाऊँगा ? पल भर में दूर हों जाता है I ऐसे ही थोड़ी देर की समाधि और तुम्हारे सारे कर्म बन्ध का अँधेरा नष्ट हों जाता है I अनेक युगों तक भी तुमने पूण्य कार्य किया है, फिर भी तुम्हे ठाँव नहीं मिलता I राम एकमात्र ठाँव है I राम एकमात्र तुम्हारी ज़िन्दगी का ऐसा सहारा है, जिसे पा लेने के बाद कोई और सहारा खोजने की जरूरत नहीं होती I चरणदास कहते है -
,करे तपस्या नाम बिन, जोग जग्य अरु दान I
चरण दास यूं कहत है , सबहि थोथे जान I '
तुम तपस्या करो, पूण्य करो , योग करो, कुछ भी करो I लेकिन अगर नाम को तुमने नहीं जाना, ओंकार को तुमने नहीं जाना, तो सब व्यर्थ है I तुम्हारी तपस्या व्यर्थ है I और कितनी तपस्या करोगे ? अनन्त है तपस्या I लेकिन अगर नाम का पता हों जाए किसी सद्गुरु से, तो जीवन संवर जाता है I
इस पुस्तक में सद्गुरु के १२ अनमोल प्रवचन है, जो नाम की यात्रा पर ले जाने का आह्वान करते है I इन्हें पढ़कर यदि आपके भीतर नाम की प्यास पैदा होती है, तो ओशोधारा में आपका स्वागत है I
Sheel Gandho Anuttaro [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara
शील गंधो अनुत्तरो ( ब्रिटेन यात्रा के संस्मरण )
ब्रिटेन में ही मेरे मन में संकल्प जागा कि यदि भारत को महान भारत बनना है, तो हमें अपनी कार्यशैली में इन दो बातो का स्थान देना होगा I लंदन में मैंने एक गीत लिखा -
हरा - भरा हिंदुस्तान चाहिए, हमको भारत महान चाहिए ;
क्रांति ला दे कुशलता में जो, हमको ऐसा इंसान चाहिए I
जो वतन के लिए मर मिटे, हमको ऐसे जवान चाहिए ;
साल भर जो उगाए, फसल, हमको ऐसा किसान चाहिए I
संत- नानक कबीरा से हो, तुलसी- मीरा के गान चाहिए ;
नेता जाति-वर्ग पोषक नहीं, गाँधी से धर्म -प्राण चाहिए I
दुःख का जो निवारण करे, बुद्ध - से ज्ञानवान चाहिए ;
कर्म का योग बतलाएं जो,कृष्ण जैसे भगवान चाहिए I
सब सुखी स्वस्थ समृद्ध हो, हमको ऐसा विज्ञानं चाहिए ;
धर्म का मर्म समझाए जो, ओशो - से महाप्राण चाहिए I
ब्रिटिश प्रवास के अंतिम दिनों में प्रशिक्षण कोऑडिनेटर को मैं बताता हु कि मेरा विचार ब्रिटेन का सफरनामा लिखने का है I वे खुश होती है और चहक उठती है - " इसका नाम क्या रखेगे ? "
" शील गंधो अनुत्तरो I "
" क्या मतलब?"
" यह गौतम बुद्ध की उक्ति है I " इसका अर्थ है कि शील की सुंगंध सर्वोत्तम है I " देयर इज नो फ्रेग्ररेंस व्हिच कैन मैच विथ दि फ्रेगरेंस ऑफ पोलाइटनेस I "
ब्रिटेन से लौटकर मैंने शीघ्रः ही यह सफरनामा पूरा कर लिया I पहली बार यह एस.ई .सी. एल. की मासिक पत्रिका 'कौशलनाद' में
Prem Upnishad [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara प्रेम उपनिषद हमारे युग के सबसे बड़े विद्वान जगतगुरु कृपालु महाराज राधा के भक्त रहे I वे सगुण कृष्ण को भगवान का...