Vridha Yavana Jataka by SC Mishra ग्रन्थ परिचय फलित ज्योतिष की प्राचीन सिद्धान्त धारा की पावन गंगोत्री रूपी रचना, लगभग 1800 वर्ष पहले भारतवर्ष में लिखी गई, जो अलभ्य थी, वह...
VEDANGA JYOTISHAM Author- SC Mishra (Suresh Chandra Mishra) Vedanga jyotisham (v) is the ancient work on the discipline called Vedic Astrology. This petite composition was sermonized by sage Lagadha about...
Jatak Sardeep by SC Mishra ग्रंथ परिचय..... त्रिस्कन्ध ज्योतिष के विशेषज्ञ श्री नृसिंहदैवज्ञ रचित यह ग्रन्थ पन्द्रहवीं सदी में दक्षिण भारत में लिखा गया था। मूल संस्कृत श्लोक सहित पहली...
Book Title: Muhurat KalpdrumaAuthor: SC Mishra (Suresh Chandra Mishra)Language: Hindi Description:"Muhurat Kalpdruma" by SC Mishra (Suresh Chandra Mishra) is a profound guide to the art of selecting auspicious timings for...
Author - SC Mishra (Suresh Chandra Mishra)
इस ग्रन्थ में जातक विषयों पर एक नये दृष्टिकोण का साक्षात्कार होता है जो अन्य ग्रंथो से थोड़ा भिन्न है l मन्त्रेश्वर के गोचर फल कथन अतयन्त तर्कपूर्ण और तथ्यात्मक है l भावफलकथन में भी मन्त्रेश्वर के वैशिष्ट्य की झलक देखने को मिलती है l सर्वतोभद्र पर विशेष टिप्पणी दी गयी है जो गोचरफल कथन में विशेष उपयोगी है l तत्सम्बन्धी उदाहरण भी दिये गये है l साथ ही कालचक्र दशा की सोदाहरण विशद व्याख्या दी गई है l टिका में आवष्यकतानुसार गणितीय उदाहरण तथा अन्य परम्परागत जातक ग्रंथो के विचारों को यथास्थान उद्द्त किया गया है l
अंत में इस ग्रन्थ को अपने शुद्धतम रूप में ज्योतिष जगत के समक्ष प्रस्तुत करने में अथक, अमूल्य सहयोग और परिश्रम के लिए 'चौखम्बा सुरभारती प्रकाशन' के व्यवस्थापक गुप्त -बन्धुओ के प्रति से अतयन्त आभारी हु l
Phal Deepika by Mantreshwar in Hindi
Brihat Samhita Vol 1 (Hindi) by SC Mishra बृहत् संहिता - सुरेश चंद्र मिश्रा ज्योतिष के तीनो स्कन्धों में संहिता शाखा विद्वानों व् आचार्यो का परीक्षा स्थान है l संहिता ज्ञान...
Book Title: Acharya Vrahmihir ka Jyotish Mein YogdaanAuthor: Bhojraj DwivediLanguage: HindiPublisher: Ranjan Publications Description:"Acharya Vrahmihir ka Jyotish Mein Yogdaan" by Bhojraj Dwivedi is a detailed study of the significant contributions...