This book is unique and very handy for the Astrologers to look into the profession and lifestyle of an individual as per Brighu Naadi Astrology. The author has given different...
BRIHAT PARASARA HORA SASTRA (VOL- I ) ( English )The most ancient scripture giving the very fundamental principles of vedic astrology as expounded by Maharishi Parasara : versatile,and yet compact...
Sarvarth Chintamani [English] by JN Bhasin Publisher: Sagar Publications Sarvarth Chintamani is one of the top astrological works. From the point of view of practical utility it offers very valuable comments on...
Brihat Parasara Hora Sastra (Vol 1) [English] Brihat Parasara Hora Sastra (Vol 2) [English] The most ancient scripture giving the very fundamental principles of vedic astrology as expounded by Maharishi...
BRIHAT PARASARA HORA SASTRA (VOL- II ) ( English ) The most ancient scripture giving the very fundamental principles of vedic astrology as expounded by Maharishi Parasara : versatile,and yet...
Daivagye Shri Ram, the author of the book Muhurta Chintamani hails from a family of astrologers and is 7th in the line of his predecessors and his book is getting...
Bhuvana Deepika This book is on Prasna Sastra, was written by Sri Padma Prabhu Soori. This small work comprises 36 doorways dealing easily the contents like journey & return, disease,...
उपाय मार्तण्ड
ज्योतिष का प्रमुख उद्देश्य आने वाली घटनाओं को बताना ही नहीं वरन आने वाले कष्टों से रक्षा और लाभ पहुंचना है l जन्म कुण्डली में विभिन्न भावो में स्थित ग्रहो का शुभाशुभ फल जातक को जीवन भर मिलता रहता है l परन्तु उनका विशेष फल महादशा, अन्तर्दशा की अवधि में मिलता है l अत: यथार्थ फल की जानकारी के लिए ग्रह, गोचर और ग्रह की महादशा अन्तर्दशा पर विशेष ध्यान देना चाहिए l
अनिष्ट ग्रहो की शांति के लिए हमारे ऋषियों ने अनेक प्रकार के यंत्र, तंत्र, मंत्र, एवं जड़ी -बूटियों द्वारा उपाए बताए है l इनमे मंत्र जाप सर्वोपरि है l इसके पश्चात हवन, दान, रत्न धारण करना आदि है l वर्तमान समय में लाल किताब के अनुभूत, उपाय कम खर्चे के और सरल है जिनके द्वारा भी कठिन से कठिन समस्या का समाधान हो जाता है l यदि मंत्र जप करने में कठिनाई आए तो अनिष्ट ग्रह के अशुभ फल से बचने के लिए 'ग्रह की वस्तु का दान, व्रत, रत्न धारण कर लाभ उठा सकते है l रत्नो एवं लाल किताब के उपायों का चमत्कारिक प्रभाव देखा गया है l परन्तु शुद्ध रत्न कीमती और आसानी से नहीं मिलते इसके लिए उपरत्न जड़ी -बूटी, ग्रह से सम्बन्धित वस्तु का दान एवं जल प्रवाह करके कष्ट से बच सकते है l प्रस्तुत पुस्तक में इन सबका विस्तृत विवेचन किया गया है l
A 17th century text besides giving the typical bhava effects of all the twelve houses and special combinations for longevity etc.gives the effects of various exchanges (parivartan yoga) involving the...
REVELATION FROM NAADI JYOTISHA (BASED ON BRIGHU / NANDI NADI SYSTEM) The present research work on the Naadi is unique in its presentation and it has many hitherto untold secrets...