महाम्रत्युन्जय
भला मृत्यु असमय में आ जाय , ऐसा कौन चाहेगा ? लेकिन आने वाली अकाल मृत्यु रोग, व् घोर कष्टो का निवारण कौन कर सकता है ?
भगवान भुत भावन रूप में संसार का संहार करते है तो शंकर रूप से मनुष्यो को कष्टो से छुटकारा भी दिलाते है i अकाल मृत्यु कि तो क्या मजाल, साक्षात् मृत्यु भी जिनके सामने थर्राती है , वे है अमृत रूप भगवान महाम्रत्युन्जय अर्थार्त मृत्यु को जितने वालो में सर्वश्रेष्ट i इन्ही भगवान् महाम्रत्युन्जय की साधना व् सिद्धि का यह परिपूर्ण ; किन्तु सरल प्रयास निश्चय ही आपको पूर्ण शान्ति देगा i महाम्रत्युन्जय का अमृत सूक्त, कवच व् सहस्त्रनाम स्रोत इस ग्रन्थ की विशिष्ट उपलब्धियाँ है i
एक अक्षर वाले महामृत्युंजय मंत्र से लेकर एक हज़ार अक्षर वाले अमोघ मृत्यु विदारक मन्त्रों का सम्पूर्ण व् उनकी साधना का प्रकार आपको अन्य कही एक स्थान पर देखने को भी नहीं मिलेगा i सब कुछ इतनी सरल शैली में क़ि आप स्वयं आसानी से कर सकेंगे तथा प्रामणिकता ऐसी क़ि मानो किसी विद्वान पंडित से ही कराया गया ही i
मानसिक शांति, अकाल मृत्यु से बचाव, अचानक होने वाले कष्टो से छुटकारा, रोग शोक का समूल नाश, निर्बोध जीवन एवं इच्छा सिद्धि के लिए अवश्य पढ़े और प्रयोग में लाये i
Amogh Shiv Kawach (230) [Hindi] By Gita Press अमोघ शिव कवच (230) [हिंदी] - गीता प्रेस द्वारा प्रकाशित हिंदी ग्रंथ, जो भगवान शिव के महत्वपूर्ण कवच को समर्पित करता है। इस...
शिव संहिता हठयोग का प्राचीनतम ग्रन्थ है । इसके आदि प्रवक्ता स्वयं भगवान शिव हैं | यह हठयोग के तीन प्रमुख ग्रन्थों में सर्वोपरि है, अन्य दो ग्रन्थों 'हठयोग प्रदीपिका...