Nakshatra Part 2: Nakshatra Pad Se Phal Kathan (As Told by Lord Shiva) [English] By Deepanshu Giri Publisher: Lunar Astro Vedic Academy Delve into the profound cosmic revelations of 'Nakshatra Part 2:...
Author-- CM Shrivastava
भगवान भैरवदेव को रूद्र रूप माना जाता है i यह तत्काल सिद्धिपत्र है i जहां अन्य देवता दीर्घकाल की साधना के बाद कदाचित ही प्रस्नन होते है, वही भैरवदेव तुरंत फल देते है i ये इतने कृपालु एवं भक्त -वत्सल है की सामान्य -स्मरण एवं स्तुति से ही प्रसन्न होकर भक्त के संकटो का निवारण कर देते है i वेदो में रूद्र की जो भय - हरण कारी स्तुति की गई है और उपनिषदों में भयावह स्वरूपधारी होने से जिसके भय से इंद्रादि देवो के द्वारा अपने - अपने कर्म को करने का जो वर्णन हुआ है, वह भगवान् भैरवदेव की ही महिमा है i इतना ही नहीं, भैरव ही ब्रह्मा और विष्णु भी है i
विश्व में भैरवदेव की साधना सात्विक और तामस दोनों प्रकार से की जाती है i अपने श्रद्धावान साधक पर तो ये इतने प्रसन्न होते है की एक तरह से वह उसके वश में ही हो जाते है i यही सिद्धि की अवस्था है i बड़े -बड़े देवताओ और असुरो ने अलौकिक शक्तियां इनकी सिद्धि करके ही प्राप्त की थी i आप भी इनकी साधना -आराधना करके अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण करे i
Antarik Rahasyon ke Dvar - Vigyan Bhairav Tantra (Volume 2) [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara आंतरिक रहस्यो के द्धार (विज्ञानं भैरव तंत्र भाग -२) दुनिया में सहस्त्रो धर्म ग्रन्थ है, लेकिन...
Tantroukt Bhairav Sadhna aur Siddhi [Hindi] By Yogeshwaranand 🔱 विवरण (Hindi): "तन्त्रौक्त भैरव साधना और सिद्धि" एक अत्यंत दुर्लभ और प्रभावशाली पुस्तक है, जिसमें भगवान भैरव की गुप्त एवं तान्त्रिक...