संकट कटे मिटे सब पीरा Author- SC Mishra (Suresh Chandra Mishra) शातातप, गर्ग, पराशर, याग्यवल्य आदि के द्वारा प्रकट किए गए तथा प्राचीन संस्कृत वांग्मय से खास आपके लिए चुन...
250 Se Zyada Pareshaniya Ke Jaduyi Upay, 250 से ज्यादा परेशानियों के जादूई उपाय ( Hindi ) Author- Jai Madaan
यह किताब आपकी समस्या के उपाए तो बताएंगे ही,साथ ही आपको उपायों के सर के बारे में भी बताएंगी। हमने पूरी कोशिश कि है कि आपको हर समस्या के ८ -१० उपाए दिए जाएँ। अपने अंर्तकन की आवाज़ सुनकर आप जो भी उपाए विश्वास के साथ करेंगे , आपकी परेशानी अपने आप जल्द हल हो जाएगी। ईश्वर आपका भला करे।
वैदिक ज्योतिषशास्त्र के शोधित सटीक उपाय इस पुस्तक में लेखक द्वारा व्यक्ति के जन्म के समय ग्रह नक्षत्रो, जन्म कुंडली में विभिन्न ग्रहो की स्थिति आदि की जानकारी के साथ...
विवाह एवं संतान कारक टोटके Author- Pramod Sagar ऐसे लोगो की कोई कमी नहीं है जो अपने पुत्र या पुत्री के विवाह के लिए चिंतित रहते हैं I जब भी विवाह की...
Jyotishiya Upaya - Sagarलेखक: राज कुमार (लेफ्टिनेंट कर्नल)प्रकाशक: सागर पब्लिकेशन यह पुस्तक ज्योतिषीय उपायों पर केंद्रित है, जिसमें विभिन्न ग्रहों और उनकी दशाओं के प्रभाव को संतुलित करने के लिए...
Kismat ke Anmol Ratan - Upaya Jyotish Shrankhla [Hindi] by
SC Mishra (Suresh Chandra Mishra)
Publisher: Pranav Publications
अथर्ववेद में बताये गए उपयोगी रत्नों नगो और नगीनो को धारण करने से सोया भाग्य जगता है , ऐसा वेद वचन है I कौन सा रत्न पहने ? किस हाथ में कौन सी अंगुली में पहने ? हाथ के अलावा कहा पहने ? रत्न पहनने से क्या लाभ होगा ? इत्यादि प्रश्नों का वेदोक्त समाधान प्रस्तुत करने वाले इस ग्रन्थ में खास तौर पर आपके लिए मधुकरवृति से चुन चुनकर इन बिन्दुओ पर सरल व् सुबोध शैली से विचार किया गया है :-
1.अपना भाग्यशाली रत्न खुद चुन सकने के सुबोध तरीके
२. नो ग्रहो के रत्नों में से कौन से रत्न शुभ व् लाभ देने वाले है
३ .वर्गों और नगीनो के अतिरिक्त वनस्पति रत्नों का अर्थववेदीय विवेचन
४. जन्मपत्री की गहरी पड़ताल किए बिना ही केवल अपने लग्न या राशि के आधार पर अनुकूल रत्नों का निश्चय
५. राशि के आधार पर व्यक्ति के मूल भुत गुणों और विशेषताओ की खिलावट
६. जन्म समय में ग्रह किस भाव में स्थित है, इस आधार पर रत्न पहनने के शुभ अशुभ फलो का खुलासा
लाल किताब एक ऐसी दुर्लभ प्राचीन पुस्तक है जिसमे राशि , भाव, ग्रह और नक्षत्रों के बारे में सूत्रों के माध्यम से दुर्लभ भविष्यनिधि को समाहित किया
गया है। प्रस्तुत पुस्तक “असली प्राचीन लाल किताब के अनुभूत टोटके एवं उपाय” पं. रूपचंद शर्मा कृत प्राचीन और अप्राप्य ग्रंथ “लाल किताब' के सूत्रों
पर आधारित है। ज्योतिष जगत की इस अनुपम कृति को गोल्ड मेडलिस्ट डॉ. राधेश्याम मिश्र 'परमहंस” ने गहन अध्ययन और विश्लेषण के बाद सरल
भाषा में प्रस्तुत किया है।
शनि राहु - केतु प्रकोप से मुक्ति Author- CM Shrivastava यमराज के भ्राता सूर्य पुत्र शनि, सिंहिकागर्भसंभूत दानवेन्द्र राहु और महाबली मृत्युपुत्र केतु- ये तीनो बड़े भयानक एवं मारक ग्रह...