Anisht Graha (Karan aur Nivaran) [Hindi] by J.N. Bhasin In Anisht Graha (Karan aur Nivaran), J.N. Bhasin presents an in-depth exploration of the malefic planets in Vedic astrology and their...
प्रस्तुत पुस्तक - भूत - प्रेत , ऊपरी हवा निवारक टोटके का मूल उद्देश्य पाठकों को प्राचीन भारतीय तांत्रिकों , अघोरियों , योगियों , ऋषिमुनियों और तंत्र साधकों द्वारा अपनाई गई तंत्र विद्या और इसमें वर्णित टोटके एवं...
संकट कटे मिटे सब पीरा शातातप, गर्ग, पराशर, याग्यवल्य आदि के द्वारा प्रकट किए गए तथा प्राचीन संस्कृत वांग्मय से खास आपके लिए चुन चुनकर लाए गए उपायों का साफ़...
Brihat Upaya Sanhita Here in this book of ours for your pleasure we are pleased to inform you that we are going to acquaint you with all the remedial measures...
250 Se Zyada Pareshaniya Ke Jaduyi Upay, 250 से ज्यादा परेशानियों के जादूई उपाय ( Hindi ) Author- Jai Madaan
यह किताब आपकी समस्या के उपाए तो बताएंगे ही,साथ ही आपको उपायों के सर के बारे में भी बताएंगी। हमने पूरी कोशिश कि है कि आपको हर समस्या के ८ -१० उपाए दिए जाएँ। अपने अंर्तकन की आवाज़ सुनकर आप जो भी उपाए विश्वास के साथ करेंगे , आपकी परेशानी अपने आप जल्द हल हो जाएगी। ईश्वर आपका भला करे।
Upaya Bhagyodaya - Textbook on Remedial Astrology [Hindi] by SC Mishra (Suresh Chandra Mishra) Publisher: Pranav Publications उयाय भाग्योदय में ग्रहों के विविध कुप्रभावों की पहचान बताकर, उन्हें दूर करने कै,स्वयं...
वैदिक ज्योतिषशास्त्र के शोधित सटीक उपाय इस पुस्तक में लेखक द्वारा व्यक्ति के जन्म के समय ग्रह नक्षत्रो, जन्म कुंडली में विभिन्न ग्रहो की स्थिति आदि की जानकारी के साथ...
उपाय मार्तण्ड Author- Veni Madhav Goswami
ज्योतिष का प्रमुख उद्देश्य आने वाली घटनाओं को बताना ही नहीं वरन आने वाले कष्टों से रक्षा और लाभ पहुंचना है l जन्म कुण्डली में विभिन्न भावो में स्थित ग्रहो का शुभाशुभ फल जातक को जीवन भर मिलता रहता है l परन्तु उनका विशेष फल महादशा, अन्तर्दशा की अवधि में मिलता है l अत: यथार्थ फल की जानकारी के लिए ग्रह, गोचर और ग्रह की महादशा अन्तर्दशा पर विशेष ध्यान देना चाहिए l
अनिष्ट ग्रहो की शांति के लिए हमारे ऋषियों ने अनेक प्रकार के यंत्र, तंत्र, मंत्र, एवं जड़ी -बूटियों द्वारा उपाए बताए है l इनमे मंत्र जाप सर्वोपरि है l इसके पश्चात हवन, दान, रत्न धारण करना आदि है l वर्तमान समय में लाल किताब के अनुभूत, उपाय कम खर्चे के और सरल है जिनके द्वारा भी कठिन से कठिन समस्या का समाधान हो जाता है l यदि मंत्र जप करने में कठिनाई आए तो अनिष्ट ग्रह के अशुभ फल से बचने के लिए 'ग्रह की वस्तु का दान, व्रत, रत्न धारण कर लाभ उठा सकते है l रत्नो एवं लाल किताब के उपायों का चमत्कारिक प्रभाव देखा गया है l परन्तु शुद्ध रत्न कीमती और आसानी से नहीं मिलते इसके लिए उपरत्न जड़ी -बूटी, ग्रह से सम्बन्धित वस्तु का दान एवं जल प्रवाह करके कष्ट से बच सकते है l प्रस्तुत पुस्तक में इन सबका विस्तृत विवेचन किया गया है l
Author- Radhakrishan Shrimali
बिना दृष्टि के जीवन उस अँधेरी रात की तरह है , जिसमे अपने शारीर के अंगो का भी एहसास नहीं होता I यही स्थिति ज्योतिष ज्ञान के बिना मानव जीवन की है I ज्योतिष एक प्राचीन शास्त्र है जिसकी अवहेलना नहीं की जा सकती I लेकिन इस प्राचीन ज्ञान अर्थार्त ज्योतिष को नकारने की परंपरा इन दिनों समाज में विकसित हुई है I परन्तु मजे की बात यह है की ऐसा वर्ग भी किन्ही विशेष स्थितियों- परिस्थितियों में देवज्ञ की शरण लेता है और वहां उसे अपनी समस्याओं का समाधान भी मिलता है I यही स्थिति एक सामान्य व्यक्ति की भी है I वह भी कुछ विशेष अवसरों पर ज्योतिष शास्त्र का आश्रय लेता है I
यहाँ यह वाट विचारणीय है की यदि किन्ही विशेष स्थितियों - परिस्थितयो या विशेष आयोजनों पर ज्योतिष के मार्ग दर्शन से हम शुभ और लाभ प्राप्त कर सकते है, तो नित्यप्रति की छोटी - बड़ी समस्याओं का निराकरण क्या इस विशिष्ट शास्त्र द्वारा नहीं कर सकते ? ज्योतिष शास्त्र समस्याओं का समाधान तो सुझाता ही है , वह जीवन की प्रतिकूलताओं को अनुकूलताओं में भी परिवर्तित कर देते है I यहाँ यह भी जाना जरूरी है की उपायों के रूप में ज्योतिष शास्त्र तंत्र, मंत्र और यन्त्र साधनाओ का भी उपयोग करते है I
इस पुस्तक में जन्म कुंण्डली का विवेचना करने के बाद उसके समाधान भी सुझाए गए है I यदि श्रद्धा और आस्थापूर्वक इन उपायों को यथा विधि किया जाए तो मनचाही कामना अवश्य ही पूर्ण होगी - ऐसा शास्त्र वचन है I
विवाह एवं संतान कारक टोटके Author- Pramod Sagar ऐसे लोगो की कोई कमी नहीं है जो अपने पुत्र या पुत्री के विवाह के लिए चिंतित रहते हैं I जब भी विवाह की...
लाल किताब के अद्धभूत टोटके एवं उपाय प्राय: नवग्रहों के कुप्रभाव से बचने के लिये रत्न, यंत्र व् जड़ी धारण, मंत्र जाप, नवग्रह उपासना आदि बताये जाते है I व्यस्तता...