कुण्डलिनी-शक्ति उस आदिशक्ति का व्यष्टि रूप है, जो समष्टि रूप में सम्पूर्ण विश्व-ब्रह्माण्ड में चैतन्य और क्रियाशील है । जहाँ तक कुण्डलिनी-शक्ति की प्रसुप्तावस्था की बात है, तो उसके सम्बन्ध...
पं. अरुण कुमार शर्मा के कथा-कहानी लिखने का एकमात्र उद्देश्य रहा है, घटनाओं का आश्रय लेकर योग तंत्र, ज्योतिष, धर्म संस्कृति आदि आध्यात्मिक विषयों को जनसाधारण के सम्मुख प्रस्तुत करना...
जन्म-जन्मान्तर पुस्तक अपने आप में महत्वपूर्ण है और है मार्मिक प्रसंग जो एक बार स्वयं पर सोचने को विवश करता है। जगत के अनन्त प्रवाह में एक ऐसी युवती की...