पेड़ - पौधो के तांत्रिक प्रयोग और चमत्कारी प्रभाव Author- Vaidya Mahavir Singh प्रत्येक पदार्थ पशु- पक्षी, नर- नारी निर्जीव तथा सजीव पदार्थ एक दूसरे से सम्बन्धित है I इस...
Author - SC Mishra (Suresh Chandra Mishra)
इस ग्रन्थ में जातक विषयों पर एक नये दृष्टिकोण का साक्षात्कार होता है जो अन्य ग्रंथो से थोड़ा भिन्न है l मन्त्रेश्वर के गोचर फल कथन अतयन्त तर्कपूर्ण और तथ्यात्मक है l भावफलकथन में भी मन्त्रेश्वर के वैशिष्ट्य की झलक देखने को मिलती है l सर्वतोभद्र पर विशेष टिप्पणी दी गयी है जो गोचरफल कथन में विशेष उपयोगी है l तत्सम्बन्धी उदाहरण भी दिये गये है l साथ ही कालचक्र दशा की सोदाहरण विशद व्याख्या दी गई है l टिका में आवष्यकतानुसार गणितीय उदाहरण तथा अन्य परम्परागत जातक ग्रंथो के विचारों को यथास्थान उद्द्त किया गया है l
अंत में इस ग्रन्थ को अपने शुद्धतम रूप में ज्योतिष जगत के समक्ष प्रस्तुत करने में अथक, अमूल्य सहयोग और परिश्रम के लिए 'चौखम्बा सुरभारती प्रकाशन' के व्यवस्थापक गुप्त -बन्धुओ के प्रति से अतयन्त आभारी हु l
Phal Deepika by Mantreshwar in Hindi
ऋषि मन्त्रेश्वर विरचित 'फलदीपिका ' एक अनमोल वैदिक ज्योतिषीय ग्रन्थ है, जिसमें लयबद्ध संस्कृत में लिखित 28 अध्याय हैं। इस ग्रन्थ का ज्योतिषीय शास्त्रों में बहुत उच्च स्थान है । फलदीपिका में...
फलित दर्पण Author- MN Kedar (Mahendra Nath Kedar) फलित दर्पण पुस्तक के विशेष आकर्षण १. दाम्पत्य जीवन की आशंकाए : सुखमय अथवा विवादग्रस्त २. वैवाहिक गठबंधन : समय निर्धारण...
फलित ज्योतिष - ज्योतिष पुस्तक माला Author- MN Kedar (Mahendra Nath Kedar) ज्योतिष एक देवी विज्ञानं है जिससे भविष्य में झाँकने में हमें सहायता मिलती है I वैदिक ज्योतिष, (जिसे...
पुस्तक कीं विशेषताएँ Author- LC Sharma
वैदिक ज्योतिष का आधुनिक स्वरूप ग्रहों. नक्षत्रों व राशियों का सरल परिचय , भिन्न 2 लग्नो कं लिए ग्रह. कितने शुभ. कितने अशुभ ,भावों कं कारकत्व व उनमें सभी ग्रहों का प्रथक 2 फल, योग और उनका फल -धन योग. राजयोग, अरिष्ट योग , नभस योग, कुंडली विश्लेषण हेतु आवश्यक तथ्य-जन्मांग , वर्ग कुंडलियों में ग्रह स्थिति, अनुकूल दशा, गोचर, अष्टकवर्ग, दिंशोत्तरी दशा व 'जैमिनी चर दशा का प्रयोग, परामर्श कं लिए आए जातकों की कुंडलियों से द्वादश मावों का, फलादेश वक्री ग्रहों व छिद्र दशा का फल,
संसार की पहली महिला जो अंटार्कटिका अभियान". पर 16 मास तक बफोंले प्रदेश में रही की कुण्डली का रोचक विश्लेषण, कूछ कुंडलियों का विशेष अध्ययन व सत्यापन
वैदिक ज्जयोतिष का संक्षिप्त ऐतिहासिक स्वरूप व अन्य कुछ विषयों से सम्बन्ध l
फलित ज्योतिष दर्पण - ११ Author- MN Kedar (Mahendra Nath Kedar) संतान पर विचार करने के लिए आप इसे अति उत्तम पायेंगे l इसमें एक सूत्र छिपा है l यदि वह ढूँढ पायें तो...
फलित ज्योतिष के तीन आधार भूत अंगों - मुहूर्त, विवाह व सन्तान की एक स्थान पर सांगोपांग व्याख्या आधुनिक परिपेक्ष में मुहूर्त की व्यवहारिक उपयुक्तता विवाह के समय का पराशरी व अष्टकवर्ग विधि...