Naam Sumir Man Baavre - Sant Mat 3 [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Limass Foundation नाम सुमिर मन बाबरे मन उत्सुक हो जाता है संसार में, मन उत्सुक हो जाता है परिधि...
Author- AV Sundaram यह पुस्तक ज्योतिष व अन्य सम्बंधित विषयों पर लिखी हुई कोई नियमित पुस्तक नहीं है, बल्कि इस पुस्तक में लिखित नाड़ियां लेखक श्री ए वी सुंदरम द्वारा...
Author- Shashikant Oak “नाड़ी ग्रंथ भविष्य-चौंका देनेवाला चमत्कार” प्राचीन भारतीय महर्षियों की दिव्यदृष्टि है। ताड़ के पत्तों पर आधारित इन भविष्यवाणियों को लेखक विंग कमांडर शशिकांत ओक ने इस पुस्तक...
NADI JYOTISH- Accurate Predictive Methodology - Hindi Author- Umang Taneja
इस पुस्तक में लेखक ने जीवन की मुख्य घटनाये जैसे की मुकदमेबाजी, शिक्षा, धन एवं व्यापार, स्वास्थ्य, यात्रा, संतान, मुहर्त एवं उपायो के बारे में विस्तार पूर्वक समझाया गया है I पाठको को ज्ञात हो कि ज्योतिष में यह अपने प्रकार कि एक मात्र उपलब्ध पुस्तक है I जीवन क़ी सब घटनाओ के बारे में इस पुस्तक में लिखे क्रमबद्ध नियमो से सटीक भविष्यवाणी कर सकते है I परंपरागत ज्योतिष में हज़ारो नियमो एवं योगो आदि से उत्पन्न असमंजस इस पुस्तक को पढ़ने के बाद समाप्त हो जायेगा I इसलिए ज्योतिष से जुड़े सभी सवालो के जवाब के लिए अत्यंत आवश्यक
है I
Author- SBR Mishra जिस प्रकार उत्तर भारत में भृगु संहिता एवं रावण संहिता प्रचलन में है उसी प्रकार दक्षिण भारत में नाड़ी ग्रंथों का प्रचलन है l उत्तर भारत में भृगु...
NADI JYOTISH SHASTRA Author- Kewal Anand Joshi ज्योतिष शास्त्र की ही एक प्राचीन विधा है - - नाड़ी ज्योतिष I यह दक्षिण भारत में विशेष रूप से प्रचलित है I दक्षिण भारत में अनेक नाड़ी ग्रन्थ लिखे गए, जो मानव जीवन की रहस्यमय घटनाओ का उदघाटन करते है I ये नाड़ी ग्रन्थ ग्रह - स्थिति पर आधारित होने के बावजूद फलादेश प्रधान है I जन्मकुण्डली का विश्लेषण सूक्ष्मता से करने में नाड़ी ग्रन्थ महत्वपूर्ण भूमिका...
आर्युर्वेदीय नाडीपरीक्षा- विज्ञान By Govind Prasad Upadhyya आर्युर्वेदीय चिकित्सा का उद्देश्य है - व्याधिविशेष का सम्प्राप्ति - विघटन तथा प्रकृति - स्थापन l यहाँ मात्र रोगनामपूर्वक नहीं अपितु प्रकृति -विकृतिपरक सम्प्राप्ति -ज्ञानपूर्वक रोग- निदान करने का विधान है l वैध रोगी- रोग परीक्षा द्वारा...
Nahi Ram Binu Thaav [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara
नहीं राम बिनु ठांव
कितने भी पाप तुमने किए हों, लेकिन गोविन्द से पल भर भी मिलन हों जाए, तो सारे कर्म बन्ध तुम्हारे नष्ट हों जाते है I जैसे हजारो साल का अँधेरा हों I लेकिन पल भर दिया सलाई जला दो, तो अँधेरा ये नहीं कहेगा कि मैं हज़ारो साल से यहां हूँ I ऐसे कैसे चला जाऊँगा ? पल भर में दूर हों जाता है I ऐसे ही थोड़ी देर की समाधि और तुम्हारे सारे कर्म बन्ध का अँधेरा नष्ट हों जाता है I अनेक युगों तक भी तुमने पूण्य कार्य किया है, फिर भी तुम्हे ठाँव नहीं मिलता I राम एकमात्र ठाँव है I राम एकमात्र तुम्हारी ज़िन्दगी का ऐसा सहारा है, जिसे पा लेने के बाद कोई और सहारा खोजने की जरूरत नहीं होती I चरणदास कहते है -
,करे तपस्या नाम बिन, जोग जग्य अरु दान I
चरण दास यूं कहत है , सबहि थोथे जान I '
तुम तपस्या करो, पूण्य करो , योग करो, कुछ भी करो I लेकिन अगर नाम को तुमने नहीं जाना, ओंकार को तुमने नहीं जाना, तो सब व्यर्थ है I तुम्हारी तपस्या व्यर्थ है I और कितनी तपस्या करोगे ? अनन्त है तपस्या I लेकिन अगर नाम का पता हों जाए किसी सद्गुरु से, तो जीवन संवर जाता है I
इस पुस्तक में सद्गुरु के १२ अनमोल प्रवचन है, जो नाम की यात्रा पर ले जाने का आह्वान करते है I इन्हें पढ़कर यदि आपके भीतर नाम की प्यास पैदा होती है, तो ओशोधारा में आपका स्वागत है I