ज्योतिष एक सम्पूर्ण शाश्त्र है l शाश्त्र का क्रमबद्ध व प्रामाणिक ज्ञान तथा व्यावहारिक समन्वय ये दो तत्त्व मिलकर एक निपुण ज्योतिषी का निर्माण करते हैं l ज्योतिष की आधुनिक...
सम्पूर्ण सृष्टि-चक्र आकाशमंडल के ग्रह नक्षत्रों के संकेतों द्वारा संचालित होता है। किसी भी प्राणी की कुंडली इन्हीं ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति और गति द्वारा निर्धारित की जाती है। किसी प्राणी की कुंडली के भाव, राशि और ग्रह-नक्षत्रों का समग्र ज्ञान ही ज्योतिष का मूल विषय है।
प्रस्तुत पुस्तक “ज्योतिष सीखिए' में ख्याति प्राप्त विद्वान आचार्य पंडित शशिमोहन बहल ने ज्योतिष के लगभग सभी आवश्यक प्रकरणों को अत्यंत ही सरल और सुबोध शैली में प्रस्तुत किया है।
प्रस्तुत ग्रन्थ में ग्रहों का मानव जीवन पर प्रभाव, ग्रहों के प्रभाव को जानने के साधन, ज्योतिष एवं कर्मवाद, ज्योतिष एवं आयुर्वेद, रोगोत्पति के कारण एवं ज्योतिष शास्त्र में रोग...
ज्योतिष शास्त्र में अंशात्मक चार्ट
अंशात्मक ज्योतिष के सम्बन्ध में कुछ लिखने के पूर्व यह आवश्यक है कि पाठको को आरम्भिक ज्योतिष का ज्ञान संक्षेप में करा दिया जाय जिससे पुस्तक कि शेष सामग्री को समझने में सरलता हो I मनुष्य का जीवन ८४ लाख योनियो के बाद प्राप्त होता है I एक-एक क्षण अनमोल है I इसका उपयोग कर भगवत तत्व प्राप्त करना जीवन का उद्देश्य है I कर्म ही जीवन है I पृथ्वी लोक भोग - भूमि न होकर कर्म भूमि है I भारतीय दर्शन के अनुसार कर्म तीन प्रकार के है - १. संचित कर्म २. प्रारब्ध कर्म ३. क्रियामाण कर्म I वर्तमान तक किया गया कर्म संचित कहलाता है I यह एक प्रकार से बैंक में जमा राशि है I संचित से कुछ हितकर या अहितकर फल लेकर हम पैदा होते है जिसे प्रारब्ध कहा जाता है I वर्तमान जीवन में जो हम कर्म करते है वह क्रियामाण है I
यह पुस्तक इस बात को ध्यान से रखकर लिखी गयी है कि पाठकगण ज्योतिष से अनभिज्ञ है अत: एक अध्याय प्राम्भिक ज्योतिष का दिया गया है I सप्तम बिन्दु को ध्यान में रखकर भगवान् अनन्त के आत्यनितक अनुग्रह से ज्योतिष शास्त्र के प्रेमी पाठको के सामने यह नूतन रचना प्रस्तुत करते हुए मेझे अपार हर्ष हो रहा है I इसमें वर्गीय कुण्डलियो का विश्लेषण किया गया है तथा अनेक उदाहरण देकर वास्तु को सरल ढंग से समझाने का प्रयास किया गया है I
हमारे पारंपरिक ग्रंथों व पुस्तकों में फलादेश करने के बहुत सारे नियम व सूत्र दिये गये हैं, परंतु व्यावहारिक रूप में ऐसा देखा व पाया गया है कि कभी-कभी ये...
इस पुस्तक का क्षेत्र आपकी निम्न विषयों यर योग्य बनाता है-ज्योतिष की बोधगम्य विचारधारा प्रदान करना। वैदिक ज्योतिष के शब्दों का बोघ/ज्ञान कराना। जन्म कुंडली फलकथन के आधारभूत सिद्धान्तो का परिचय देना। फल...
ज्योतिष स्वय शिक्षक ज्योतिष विधा से भलीभाँति परिचित व्यक्ति भी इस पुस्तक का अध्ययन करने के पश्चात सुनिश्चित हो जायेगे कि जिस ज्ञान शाखा को वे इतना अधिक प्रेम करते...
ज्योतिष विज्ञानं सिद्धांत शिरोमणि किसी कुशल ज्योतिर्विन्द से पूछे जाने वाली प्रमुख जिज्ञासाओ में जातक/ जातिका के व्यवसाय से सम्बंधित प्रश्न को रेखांकित किया जा सकता है l वह नौकरी...
ज्योतिष योग चंद्रिका जन्मकुंण्डली के माध्यम से प्रमाणिक एवं अचूक भविष्य कथन किया जा सकता है I कुंण्डली के बारह भावो में आपका रूप -रंग, वर्ण -भेद, सुख-दुःख, माता-पिता, पति - पत्नी,...