प्राच्य चिकित्सा पद्धति में उपचार व्यक्ति का होता है रोग का नहीं Author- Asha Wollmann प्राच्य चिक्रित्सा पद्धति में ऐसी अंतर्दृष्टि विकसित किये जाने का महत्व जिससे अतीत के स्वरूपों को वर्तमान...
Gochar Phal Darpan (Ek Adhunik aur Vaigyanic Adhyayan)लेखक: ए.के. गौड़प्रकाशक: अल्फा पब्लिकेशन यह पुस्तक गोचर फल के आधुनिक और वैज्ञानिक अध्ययन पर आधारित है। ए.के. गौड़ ने इसमें गोचर की...
गुढार्थहोरा – सिद्धांत Author- Satyadev Sharma
ज्योतिष के तीन अंगो में से एक ज्योतिष शास्त्र है I सामान्य जनों के उपयोग एवं समझने के लिए यह तीन अंगो में सबसे अधिक प्रचलित है I कुंण्डली निर्माण यधपि सिद्धांत अर्थार्त गणितखंड में आता है, लेकिन उनके द्वारा जातक के जीवन में होने वाली अथवा हो चुकी घटनाओ के सम्बन्ध में जातकशास्त्र के द्वारा ही जाना जाता है I होराशास्त्र का अध्ययन करने के लिए तथा उससे भविष्य कथन करने के लिए कुछ नियमो का अत्यंत ज्ञान होना बहुत जरूरी है I
प्रस्तुत ग्रन्थ में प्रथम भाग में ज्योतिष फलकथन - संबंधी नियमो को ही स्पष्ट किया गया है I श्लोको के जो वास्तविक अर्थ होने चाहिए, उन्हे बताया गया है तथा उन्हे तर्क तथा उद्दरणों की सहायता से प्रतिपादित किया गया है I फलकथन करने में जो अनेको त्रुटियाँ तथा भ्रांतियाँ दैवग्यो में फैली हुई है, उन्हे स्पष्ट करने का प्रयास किया गया है I अनेको मुलभुत प्रश्नों के उत्तर देने का प्रयास किया है I
जन्मकुण्डली से फलकथन के नियमो को स्पष्ट करने तथा उन्हे संकलित करने का ही कार्य इस ग्रन्थ में मुख्य रूप से किया गया है I फलकथन करने के अनेको नियम भिन्न -भिन्न ग्रंथो में रत्नों के भांति बिखरे पड़े है I उन्हे संकलित करके उनके वास्तविक गूढ अर्थो के साथ तरतीब से विषयसामग्री की आवश्यकता के अनुसार निबद्ध किया गया है
जीवन की पूर्णता मन्त्रों के माध्यम से ही सम्भव है। आने वाले समय की दुर्घटनाएं, संकट, बाधाएं और कठिनाइयां दूर करने का एकमात्र उपाय है मन्त्र, जिसके द्वारा जीवन के कांटों...
गोरख तन्त्र Author- Shashimohan Bahal गुरु गोरखनाथ का तन्त्र - मन्त्र के क्षेत्र में अपना एक अतिविशिष्ट स्थान है l वह पूर्वी भारत के यशस्वी ही नहीं वरन चमत्कारिक तांत्रिक...
Gorakh Vani Aur Gorakh Yog गोरख वाणी और गोरख योग गुरु गोरखनाथ जी की परम्परा में अनेकानेक ग्रंथो का निर्माण हुआ है जो उनकी महानता का अवलोकन करवाते है l...
Grah Nakshtron Dwara Bhagya Nirmaan, Author - Dayanand Verma ग्रह-नक्षत्रों द्वारा भाग्य-निर्माण का वैज्ञानिक-आधार-यह लेख पामिस्ट्री-गुरु दयानंद वर्मा तथा निशा धई के मध्य समय-समय पर होने वाले संवाद का सारांश है निशाज्योतिष और...