Muhurta Prakarana (Consult for election of auspicious day) The author with her experience of teaching muhurta to astrology classes conducted by Delhi Chapter-1 of the Indian Council of Astrological sciences...
फलित दर्पण फलित दर्पण पुस्तक के विशेष आकर्षण १. दाम्पत्य जीवन की आशंकाए : सुखमय अथवा विवादग्रस्त २. वैवाहिक गठबंधन : समय निर्धारण के विभिन्न योग I ३. स्वास्थ्य :...
फलित ज्योतिष - ज्योतिष पुस्तक माला ज्योतिष एक देवी विज्ञानं है जिससे भविष्य में झाँकने में हमें सहायता मिलती है I वैदिक ज्योतिष, (जिसे हिन्दू ज्योतिष प्रणाली के नाम से...
फलित ज्योतिष दर्पण - ११ संतान पर विचार करने के लिए आप इसे अति उत्तम पायेंगे l इसमें एक सूत्र छिपा है l यदि वह ढूँढ पायें तो आप डी/१, डी/९ तथा डी/७ तीन...
Shri V.P Jain MA (Maths) was born at Rewari (Haryana) on 31st August 1931, in a respectable Aggarwal family. He retired as Audit officer from Indian Audit and Accounts Department....
Timing Of Marriage Marriage is a major social issue in India. Every parent is concerned about the marriage of his children. When the child in question happens to be a...
विवाह का समय
पुस्तक का वर्ण विषय ही विवाह का समय निर्धारण है I अत: इसमें विवाह का समय निकट है अथवा नहीं, विवाह कब होगा आदि का निर्धारण
करने के लिए विभिन्न ग्रहस्थितियो पर चर्चा की गई है I विभिन्न दोषो पर प्रकाश डाला गया है I साथ ही कुछ ऐसी बातो पर प्रकाश डाला गया है
जिनके विषय में सामान्य जन सोच भी नहीं सकते की इस बात का विवाह से कोई सम्बन्ध हो भी सकता है ? उदाहरण के लिये दशम भाव का
अध्ययन जातक के कार्य तथा व्यवसाय आदि के विषय में अध्ययन के लिये तथा पिता के लिये किया जाता है i सप्तमांश का प्रयोग मूलतः
संतान के विषय में अध्ययन करने के लिये किया जाता है I प्रस्तुत शोध कार्य में इस विषय में भी प्रकाश डाला गया है कि विवाह के विषय में
दशम भाव और सप्तमांश का क्या महत्व है I विशोत्तरी दशा तथा गोचर की विवाह के समय निर्धारण में क्या उपयोगिता है, इस बात पर भी
प्रकाश डाला गया है I ज्योतिष और वैवाहिक जीवन का परस्पर सम्बन्ध बताया गया है I अंत में विवाह से सम्बंधित कुछ सफल फलादेशों के
उदाहरण प्रस्तुत किये गए है I जिससे पाठको को इस नियमो को समझने तथा इनका प्रयोग करने में सरलता हो I इस प्रकार विवाह के समय
निर्धारण के विषय में यह शोधकार्य पाठको को उचित मार्ग दर्शन करने में निशिचत रूप से सक्षम है, ऐसी हमारी मान्यता है I हिंदी प्रेमियो की
भी मांग बार-बार हमारे पास आ रही थी I अत: प्रस्तुत संकलन का हिंदी अनुवाद पाठको के अवलोकनार्थ और समीक्षार्थ प्रस्तुत है कोई भी
परामर्श पाठक भेजे तो उसका स्वागत होगा I