No Products in the Cart
Call Us: +91 99581 38227
From 10:00 AM to 7:00 PM (Monday - Saturday)
वास्तुशास्त्रविमर्श By Chandramohan Jha
वास्तुशास्त्र एक विकसित शाखा है l इस शाखा की पूर्णता के लिए ज्योतिष की आवश्यकता होती है l इन दोनों शाखाओ में कही सामान्य अंतर है तो यह है कि वास्तुशास्त्र मानव - जीवन में होने वाले समस्त घटनाक्रम उत्कर्ष - अपकर्ष, दुःख - सुखादि का हेतु, प्राकृतिक वातावरण, क्षेत्रादि भौगोलिक परिसीमन, गुरुत्वाकर्षण -बल, दिशादी में उपस्थित अदृश्य ऊर्जा शक्ति को मानता है , जबकि ज्योतिशास्त्र काल-कर्म एवं गोचरादि में स्थित ग्रह को हेतु मानकर शुभाशुभ का निरूपण करता है, किन्तु दोनों के लक्ष्य एवं उद्देश्य समान ही है जो जीवो, विशेषतया मनुष्यों को समान सहिंतान्तगर्त सुख-सुविधा, सुरक्षा और सरंक्षा प्रदान करता है l
अत: उपर्युक्त समस्त विषयो का सस्पृष्ट दिग्दर्शन कराने का अथक प्रयास इस पुस्तक में किया गया है l
0.5kg | ₹40 |
1kg | ₹70 |
1.5kg | ₹110 |
2kg | ₹130 |
2.5kg | ₹138 |
3kg | ₹170 |
4kg | ₹175 |
5kg | ₹200 |
7kg | ₹270 |
10kg | ₹325 |
12kg | ₹420 |
15kg | ₹530 |
20kg | ₹850 |