Tarkik Jyotish: Anubhavo Ki Roshni Me (Part 2) [Hindi]
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Tarkik Jyotish: Anubhavo Ki Roshni Me (Part 2) [Hindi]

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DESCRIPTION

Tarkik Jyotish: Anubhavo Ki Roshni Me (Part 2) [Hindi] By Vipul Joshi
Publisher:- Bignote Publication

तार्किक ज्योतिषः अनुभवों की दृष्टि में

ज्योतिष केवल ग्रहों की गणनाओं या शास्त्रीय सूत्रों तक सीमित नहीं है, यह जीवन के अनुभवों से जुड़कर और भी सजीव बनता है। लेखक विपुल जोशी ने इस पुस्तक में अपने वर्षों के गहन अध्ययन और जीवन की घटनाओं से मिले अनुभवों को एक सहज शैली में प्रस्तुत किया है, जो पाठकों को न केवल ज्योतिष को समझने बल्कि जीवन के प्रति दृष्टिकोण को भी विस्तृत करने में मदद करेगा।

यह पुस्तक उन पाठकों के लिए है जो ज्योतिष को केवल एक भविष्यवाणी का माध्यम नहीं, बल्कि एक तार्किक और व्यावहारिक जीवनशास्त्र के रूप में देखना चाहते हैं। इसमें लेखक ने अनेक ज्वलंत विषयों जैसे तलाक, व्यवसाय, यात्राएँ, नीच ग्रह, वक्री ग्रह, संतान, उपाय, मृत्यु व पुनर्जन्म आदि को बड़े सहज और वास्तविक दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया है। प्रत्येक विषय जीवन की किसी वास्तविक घटना से जुड़ा हुआ है, जिससे पाठक खुद को जोड़ सके।

यह पुस्तक न केवल आपके लिए "वैल्यू फॉर मनी" सिद्ध होगी, बल्कि ज्योतिष को एक नई दृष्टि से देखने का अवसर भी देगी।

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आनंद मिश्रा
अद्भुत, तार्किक और धरातलीय ज्ञान का महाकुंभ।

ज्योतिष में तर्क की दृष्टि, खूबसूरत पुस्तक। विपुल जी बहुत ही सुलझे ज्योतिष ज्ञाता हैं। मुझे इस पुस्तक के हरेक पन्ने को पढ़कर एक तार्किक दृष्टीकोण मिलता है । आजके बाजारीकृत ज्योतिषीय माहौल में कैसे सादगी से भी ग्रहों के उपाय हो सकते है, ज्योतिष एक विज्ञान है जो तर्को के साथ जीवन में आत्मसात किया जा सकता है , ऐसा दृष्टिकोण बनाना एक बात है पर उसे पब्लिक फोरम तक लाने के लिए हिम्मत लगती है । जिस सहजता से आप पुखराज के बदले देवदार की लकड़ी से भी गुरु के उपाय बता देते है। Diamond ke बदले गाय की सेवा से भी शुक्र सही किया जाता है । ऐसे सहज उपाय ही वास्तव में जन कल्याण वाली ज्योतिष है । ज्योतिष के बाज़ार में जबतक ज्योतिषी कोई क्लिष्ट भाषा में ग्रहों की दशा और अद्भुत पूजन विधान या रेमेडी न बताए वो असली जानी ज्योतिषी नहीं कहलाता । ऐसे ज्ञानियों को ये तर्किक पुस्तक नहीं सुहाएगी। अधिकतम से भी अधिक शुभकामनाएं, और भी लिखिए और ज्योतिष की दृष्टी बढ़ाइए।।

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