No Products in the Cart
Call Us: +91 99581 38227
From 10:00 AM to 7:00 PM (Monday - Saturday)
हस्तरेखा विशेषज्ञ का कार्य एक डॉक्टर जैसा होता है। डॉक्टर दवाई देकर शरीर का रोग दूर करता है, हस्तरेखा विशेषज्ञ को मन की चिकित्सा करनी होती है, जो शरीर की चिकित्सा से कठिन है।
परमात्मा ने मानव-शरीर में कोई भी चीज व्यर्थ नहीं बनाई है। प्रत्येक अंग का कोई उपयोग है, प्रयोजन है । हाथ की रेखाएं भी जीवन की घटनाओं को बताने के लिए बनाई गई हैं। इसलिए फिंगर प्रिंट तो कभी नहीं बदलते हैं किंतु हस्तरेखाएं बदलती रहती हैं। शास्त्रों में भी लिखा है कि सुबह उठकर सर्वप्रथम अपनी हथेली का दर्शन करना चाहिए | पामिस्ट्री एक विज्ञान, एक कला, एक दैवीय ज्ञान है जिसकी मदद से व्यक्ति के जीवन की पथ-यात्रा को समझा और बताया जा सकता है।
हस्तरेखा विज्ञान भारतीय समाज और परिवेश में तो युगों पहले से ही प्रचलित है। माना जाता है कि समुद्र ऋषि ऐसे पहले भारतीय ऋषि थे, जिन्होंने क्रमबद्ध रूप से ज्योतिष विज्ञान की रचना की | अतः ज्योतिष शास्त्र या हस्तरेखा विज्ञान को सामुद्रिक शास्त्र भी कहा गया।
हस्तरेखा शास्त्र से जीवन से जुड़े हर क्षेत्र से संबंधित विषयों का अध्ययन कर उपयुक्त जानकारी प्राप्त की जा सकती है चाहे प्रश्न विवाह से संबंधित हो अथवा संतान से या जीवन से जुड़े अन्य क्षेत्र से ।
यह पुस्तक अखिल भारतीय ज्योतिष संस्था संघ के विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से तैयार की गयी है। इसके अतिरिक्त हस्तरेखा शास्त्र से संबंधित विषय को सीखने के इच्छुक व्यक्ति भी इसको पढ़कर लाभान्वित हो सकेंगे।
0.5kg | ₹40 |
1kg | ₹70 |
1.5kg | ₹110 |
2kg | ₹130 |
2.5kg | ₹138 |
3kg | ₹170 |
4kg | ₹175 |
5kg | ₹200 |
7kg | ₹270 |
10kg | ₹325 |
12kg | ₹420 |
15kg | ₹530 |
20kg | ₹850 |