No Products in the Cart
Call Us: +91 99581 38227
From 10:00 AM to 7:00 PM (Monday - Saturday)
राहु - केतु
यह पुस्तक, ज्योतिष प्रेमीजन तथा कुछ विद्वानों के मन में, राहु- केतु के प्रति व्याप्त भय व् अनिष्ट आंशका को दूर करने का प्रयास है I
राहु -केतु भी मंगल शनि सरीखे तामसिक ग्रह है तथा कर्मफल भोग कराने वाले है I इन्हे विद्वानों ने कार्मिक ग्रह कहा है I
राहु- केतु के कारकत्व तथा उनके राशि एवं भवगत फलो पर विचार हुआ है I राहु- केतु का विभिन्न ग्रहो से दृष्टि -युति सम्बन्ध भी चर्चा का विषय बना हुआ है I
राहु - केतु की दशा व् मुक्ति पर विचार किया गया है I राहु- केतु की शयनादि अवस्था के परिणाम पर भी चर्चा हुई है I
विभिन्न उदाहरणों की सहायता से दाम्पत्य जीवन पर राहु -केतु का प्रभाव, शिक्षा पर राहु का प्रभाव तथा राहु -केतु का नक्षत्र प्रभाव पर विस्तृत चर्चा हुई है I
राहु- केतु के उपाय इस पुस्तक में दी गई है I इस पुस्तक में कुल १०१ कुण्डलिया दी गई है I अन्य २१९ कुण्डलिया आजीविका विचार में उपलब्ध है I