कुण्डलिनी-शक्ति उस आदिशक्ति का व्यष्टि रूप है, जो समष्टि रूप में सम्पूर्ण विश्व-ब्रह्माण्ड में चैतन्य और क्रियाशील है । जहाँ तक कुण्डलिनी-शक्ति की प्रसुप्तावस्था की बात है, तो उसके सम्बन्ध...
परलोक का मुख्य माध्यम मृत्यु है। जब तक मृत्यु नहीं हो जाती तब तक परलोक के दर्शन नहीं हो सकते; किन्तु वेद, तन्त्र भली-भाँति यह उद्घोष करते हैं कि विना...
Shri Tripur Bhairvi Tantram [Hindi] By Yogeshwaranand Publisher: Astha Prakashan श्री त्रिपुर भैरवी तंत्रम [हिंदी] - योगेश्वरानंद द्वारा लिखित, आस्था प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक। इस पुस्तक में त्रिपुर भैरवी तंत्र के गहरे...