जातकालंकार जातकालंकार वास्तव में ही जातक शाखा का अलंकार भुत ग्रन्थ है l प्राचीन शुकसुत्रो का अर्थपल्ल्वन श्लोकबद्ध रीति से करके गणेश कवी ने सरस् शैली में जातकालंकार की रचना...
ग्रन्थ-परिच्चय आयु के विषय में हमारे तपस्वी ऋषियों ने अपनी उत्पाद्य प्रतिभा से अनेक पद्धतियों का विकास किया है। प्रस्तुत ग्रंथ में बादरायण, गर्ग, यवन, पराशर आदि महर्षियों एवं वराह,...
ग्रन्थ परिचय 600 वर्षों से भी पहले कदाचित् कही गई प्रस्तुत रचना ज्योतिषशास्त्र के सर्वश्रेष्ठ गुरु श्री वेंकटेश द्वारा प्रोक्त है। दाक्षिणात्य विद्वान द्वारा हस्तान्तरित यह शास्त्र ज्ञान सम्भवत: सीधे...
Jatak Sardeep by SC Mishra ग्रंथ परिचय..... त्रिस्कन्ध ज्योतिष के विशेषज्ञ श्री नृसिंहदैवज्ञ रचित यह ग्रन्थ पन्द्रहवीं सदी में दक्षिण भारत में लिखा गया था। मूल संस्कृत श्लोक सहित पहली...
Vridha Yavana Jataka by SC Mishra ग्रन्थ परिचय फलित ज्योतिष की प्राचीन सिद्धान्त धारा की पावन गंगोत्री रूपी रचना, लगभग 1800 वर्ष पहले भारतवर्ष में लिखी गई, जो अलभ्य थी, वह...
सर्वधर्म दर्शन विश्व के प्रमुख धर्म और उनके उपदेश सभी धर्म पुस्तक मानवता, सत्य, त्याग का उपदेश देती है l चाहे वेद हो, कुरान हो, बाइबल हो, इंजील हो, गुरुग्रंथ...
श्रीधनधान्यसिद्धि : किस्मत में कितना धन, कितनी दौलत और सफलता लिखी है, इसका अंदाजा कुण्डली से लगाया जा सकता है i विभिन्न तरह से अपनी कुंडली को नम्बर देकर आप...
वेदांग ज्योतिषम महर्षि लगध प्रोक्त प्रस्तुत वेदांग ज्योतिष शास्त्र क़ी गूढ़ व् मौलिक नियमावली प्रकट करता है l लगभग ३५०० वर्ष पूर्व काश्मीर के किसी भूभागपर ऋषि द्वारा यह ग्रन्थ...