ईश्वर ने बड़े और छोटे हर तरह के मटके (शरीर) बनाए है I जब बड़ा मटका कहता है की मैं बड़ा हु, तो यह कह कर असल में छोटा हो जाता है I
यदि छोटा मटका कहता है की ' मैं तो ईश्वर के हुकुम से बना हु, मुझे छोटा या बड़ा मालुम नहीं है, तो समझ के साथ यह कहना उसे बड़ा बना देता है I जो छोटे मटके ऐसा कह पाते है, ईश्वर के हुकुम से वे बड़ा काम कर दिखाते है, वे ओछा काम करके अपनी और दूसरों की नज़रो में छोटे हो जाते है I मानव जाती के सामने ऐसे कई उदाहरण है I
गुरु नानक देव सम्पूर्णे जीवन ईश्वर के हुकुम पर जिए और बड़े बन गए I उनका जीवन उन लोगो के लिए प्रेरणा है जो प्रभु के हुकुम पर चलना तो चाहते है, परन्तु हिम्मत नहीं कर पाते I
नानक एक ऐसे महान संत है, जिन्होंने अपने समय के कर्मकांण्डो पर अपनी वाणी से कड़ा प्रहार किया I उंन्होंने सरल भाषा में ज्ञान का प्रचार कर लोगो को मोक्ष की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया I जिसका लाभ आज तक लिया जा रहा है और आगे भी लिया जाता रहेगा I
इस पुस्तक के माध्यम से गुरु नानक की जीवनी, कहानियों और सीखो का अध्ययन कर खुसी का खज़ाना प्राप्त करे I