Mishras Indian Ephemeris 2024 By SC Mishra (Suresh Chandra Mishra) Publisher: Vedic Astro India Mishra's Indian Ephemeris by SC Mishra (Suresh Chandra Mishra) offers a comprehensive astrological resource with precise planetary positions...
संकट कटे मिटे सब पीरा शातातप, गर्ग, पराशर, याग्यवल्य आदि के द्वारा प्रकट किए गए तथा प्राचीन संस्कृत वांग्मय से खास आपके लिए चुन चुनकर लाए गए उपायों का साफ़...
इस विषय पर अपने तरह की पहली पुस्तक में आप पाएंगे: निर्बल तिथि का उपाय, तिथि और हमारा व्यक्तित्व नवांश की तरह तिथियों में तिथि अंश जानना और फल, जन्मदिन की साठ घड़ियों...
Ganit Jyotishan Khel - Khel Mein [Hindi] by SC Mishra (Suresh Chandra Mishra) Publisher: Pranav Publications विधार्थियो को सबसे अधिक संशय और परिश्रम गणितखंड को समझने और उस प्रयोग में होता...
Aroma of Ramala Jyotisha [English] By SC Mishra (Suresh Chandra Mishra) Publisher : Pranav Publications The Ramala Jyotisha has its roots in a dialogue between Lord Shiva and Goddess Paarvati describing simple...
Upaya Bhagyodaya - Textbook on Remedial Astrology [Hindi] by SC Mishra (Suresh Chandra Mishra) Publisher: Pranav Publications उयाय भाग्योदय में ग्रहों के विविध कुप्रभावों की पहचान बताकर, उन्हें दूर करने कै,स्वयं...
Mishra’s NIRAYANA TABLES OF ASCENDANTS . A long – felt requirement of exhaustive tables of Nirayana lagnas based on 24thayanamsha is now fulfilled. Tables are based on Indian Sidereal...
Kismat ke Anmol Ratan - Upaya Jyotish Shrankhla [Hindi] by
SC Mishra (Suresh Chandra Mishra)
Publisher: Pranav Publications
अथर्ववेद में बताये गए उपयोगी रत्नों नगो और नगीनो को धारण करने से सोया भाग्य जगता है , ऐसा वेद वचन है I कौन सा रत्न पहने ? किस हाथ में कौन सी अंगुली में पहने ? हाथ के अलावा कहा पहने ? रत्न पहनने से क्या लाभ होगा ? इत्यादि प्रश्नों का वेदोक्त समाधान प्रस्तुत करने वाले इस ग्रन्थ में खास तौर पर आपके लिए मधुकरवृति से चुन चुनकर इन बिन्दुओ पर सरल व् सुबोध शैली से विचार किया गया है :-
1.अपना भाग्यशाली रत्न खुद चुन सकने के सुबोध तरीके
२. नो ग्रहो के रत्नों में से कौन से रत्न शुभ व् लाभ देने वाले है
३ .वर्गों और नगीनो के अतिरिक्त वनस्पति रत्नों का अर्थववेदीय विवेचन
४. जन्मपत्री की गहरी पड़ताल किए बिना ही केवल अपने लग्न या राशि के आधार पर अनुकूल रत्नों का निश्चय
५. राशि के आधार पर व्यक्ति के मूल भुत गुणों और विशेषताओ की खिलावट
६. जन्म समय में ग्रह किस भाव में स्थित है, इस आधार पर रत्न पहनने के शुभ अशुभ फलो का खुलासा
Jataka Parijata (2 Volume Set) - Hindi by SC Mishra Books ग्रन्थ-परिचय प्रस्तुत ग्रन्थ जातक परिजात श्री वैद्यनाथ दीक्षित द्वारा रचित ज्योतिष - साहित्य के नव रत्नों में से एक हैl १८...