No Products in the Cart
Call Us: +91 99581 38227
From 10:00 AM to 7:00 PM (Monday - Saturday)
मनु स्मृति
मनु स्मृति हिन्दू धर्म की मुख्य आचार- संहिता है I 'मनु स्मृति ' नाम सुनते ही प्रत्येक हिन्दू के मन में इस ग्रन्थ को पढ़ने और समझने की जिज्ञासा उतपन्न होती है I महर्षि मनु ने अपने पुत्र भृगु को और भृगु ने अपने शिष्यो को इसका उपदेश दिया I महर्षि मनु ने सम्यक समाज - सरचना के लिए वर्ण व्यवस्था दी I जीवन की पूर्ण सफलता के लिए आश्रम -व्यवस्था की स्थापना की I ब्रह्मचर्य आश्रम विधाध्ययन के लिए, गृहस्थ आश्रम संतान - वृद्धि के लिए, वानप्रस्थ समाज सेवा के लिए और संन्यास आश्रम ईश्वर चिंतन के लिए है है I प्रत्येक आश्रमी के लिए आचार -विचार के नियम विस्तारपूर्वक निशिचत किये है I गृहस्थ आश्रम वंश और समाज के पालन के लिए है I घर आया हुआ अतिथि भूखा नहीं जाना चाहिए I दान अवश्य दे ; किन्तु पात्र - कुपात्र का निश्चय करके I पितरो के श्राद्ध अवश्य करे, किन्तु भोजन केवल वेदपाठी सदाचारी ब्राह्मणों को ही कराये I मनु - स्मृति में यग्यो पर विशेष ध्यान दिया गया है ई मनु ने सात्विक यग्यो को ही मान्यता दी है ; किन्तु कालान्तर में मांस - भोजी ब्राह्मणों ने यज्ञ और श्राद्ध में मांस परोसने की व्यववस्था देने वाले प्रक्षेपक जोड़ दिये है I इस कारण गत दो तीन सदियो से मनु के मासाहार होने का विवाद चल रहा है I किन्तु विद्वान् टीकाकार ने अपनी पैनी दृष्टि , सूक्ष्म विवेक और विस्तृत अनुभव के आधार पर उनका खंडन किया है I हमें आशा ही नहीं, अपितु पूर्ण विश्वास है कि हमारे सुधि पाठक प्रस्तुत ग्रन्थ का अध्ययन करके " मनु स्मृति " के वास्तविक स्वरूप और सिद्धान्तों का ज्ञान प्राप्त करेगे और तदनुरूप आचरण करते हुए सुखी और दीर्घ जीवन प्राप्त करेगे तथा चतुवर्ग फल प्राप्ति के अधिकारी बनेगे I
0.5kg | ₹40 |
1kg | ₹70 |
1.5kg | ₹110 |
2kg | ₹130 |
2.5kg | ₹138 |
3kg | ₹170 |
4kg | ₹175 |
5kg | ₹200 |
7kg | ₹270 |
10kg | ₹325 |
12kg | ₹420 |
15kg | ₹530 |
20kg | ₹850 |