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Author- Prem Bhatia
जिंदगी की सच्चाइयां , कभी कम तो कभी ज्यादा , हमें महसूस तो होती हैं और अपने अपने ढंग से हम उन्हें बयां भी करते रहते हैं l मैंने भी जैसा देखा, सोचा और समझा, वैसे का वैसा, आप की नज़र कर रहा हूँ - जाने जिंदगी l जो सदा दिल में रहते हैं मेरे ,आओ उन शेरों से मिलवा दूं तुम्हे l
यह शेर नहीं वाक्यात थे जो नज़र किये हुज़ूर के, आप को अच्छे लगे , बाँदा नवाज़ी आप की l
सच कहूँ तो जब से मैंने होश संभाला है, ये शेर मेरी जिंदगी की जान रहे हैं l प्रसव की जानलेवा पीड़ा होने पर भी माँ बच्चे को जन्म देने पर जिस अपार हर्ष और संतोष का अनुभव करती है, वैसी ख़ुशी मुझे जिंदगी की सच्चाइयों से रूबरू होने पर हुई l मई उन अनुभूतियों को आप के साथ बाँट कर अपनी ख़ुशी कई गुना कर लेना चाहता हूँ l
0.5kg | ₹40 |
1kg | ₹70 |
1.5kg | ₹110 |
2kg | ₹130 |
2.5kg | ₹138 |
3kg | ₹170 |
4kg | ₹175 |
5kg | ₹200 |
7kg | ₹270 |
10kg | ₹325 |
12kg | ₹420 |
15kg | ₹530 |
20kg | ₹850 |