शुक्र पूर्णत: सांसारिक ग्रह है l यह राजसिक, सर्वगुण सम्पन्न तथा समर्थवान है l शुक्र से भाग्य, कामना और इच्छा आदि भावो की अभिव्यक्ति होती है l इसमें काव्यात्मक और...
Horary astrology is the most important branch of the three divisions of the astrological science, the other two being Jataka (predictive astrology) and Muhurtha (electional astrology). It takes as the...
Author- Raj Kumar Lt Col
विभिन्न वर्गों की तुलना में नवांश की अपेक्षाकृत महत्ता सभी लोगो ने स्वीकार की है I ज्योतिष इसे जन्मकुंण्डली के ठीक बाद या समकक्ष या उससे भी बेहतर मानते है I लगभग सभी ज्योतिष कोई भी पूर्वानुमान देने से पहले , विभिन्न भावो और ग्रहों की शक्ति जानने के लिए कुंण्डली और नवांश का अध्ययन साथ-साथ करते है I वैदिक ज्योतिष में नवांश की एक उत्कृष्ट स्थिति है और इसके बहुपक्षीय प्रयोग तथा निपुणता किसी भी विषय के सूक्ष्म परिक्षण और गहन अध्ययन के लिए बरबस ध्यान आकर्षित करती है I जेमिनी और नाड़ी पद्धति के अतिरिक्त ज्ञान और बुद्धिमतापूर्ण सिद्धांतो ने इसे और भी महत्वपूर्ण बना दिया है I लेखक ने इन दोनों पद्धतियों का समावेश इस पुस्तक में करने का प्रयास किया है I जन्म कुंण्डली का अध्ययन भावो और ग्रहों के केवल स्थूल संकेत और गुण बताते है I जबकि नावश उनके विस्तृत और सूक्षतम् गुणों को बताते है I नवांश का आकार और विस्तार मूल रूप से एक चौथाई भाग के बराबर है I एक भाव / राशि लगभग ३० डिग्री का होता है जबकि नवांश उसका सूक्षतम् रूप (राशि का १/९ भाग या केवल ३" २०' ही) है जो इसे विलक्षण गुण देता है I
Matching of Horoscopes for Marriage (English) by R. Natarajan 📖 Publisher: CBH🔍 Language: English🔮 Category: Astrology | Marriage Compatibility Matching of Horoscopes for Marriage by R. Natarajan is a comprehensive...
ज्योतिष विज्ञानं सिद्धांत शिरोमणि किसी कुशल ज्योतिर्विन्द से पूछे जाने वाली प्रमुख जिज्ञासाओ में जातक/ जातिका के व्यवसाय से सम्बंधित प्रश्न को रेखांकित किया जा सकता है l वह नौकरी...
Jatak Sardeep by SC Mishra ग्रंथ परिचय..... त्रिस्कन्ध ज्योतिष के विशेषज्ञ श्री नृसिंहदैवज्ञ रचित यह ग्रन्थ पन्द्रहवीं सदी में दक्षिण भारत में लिखा गया था। मूल संस्कृत श्लोक सहित पहली...