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उयाय भाग्योदय में ग्रहों के विविध कुप्रभावों की पहचान बताकर, उन्हें दूर करने कै,स्वयं कर सकने योग्य, सटीक उपायों का खुलासा किया गया है। इस ग्रन्थ रत्न में आपके लिए हमने सजोया है:
० भाग्योदय के सरल व छोटे उपाय;
० धन-सम्यत्ति व्यापार वृद्धि की अचूक विधियां;
० विवाहित जीवन की विषमताओं का निवारण;
० वर या वधु शीघ्र पाने के सरल उपाय;
० कालसर्प, मंगलीक आदि बड़े दोषों को दूर करने के व्यवहारिक मार्ग;
० साड़ेसाती शान्ति के आसान उपाय;
० सन्तान न होती हो, पैदा होकर जीवित न रहती हो या बच्चे आज्ञाकारी न हो, इन्हें नियंत्रित करने की वैदिक पद्धतियां
० विचित्र मनोविकारों पर नियन्त्रण पाने की पगडंडियां,
० रोग नियन्त्रण व निवारण के लिए विशेष मार्गदर्शन;
० रुद्राक्ष पर विशेष विचार;
० भाग्यशाली रत्नों का निश्चय करने के आसान नियम;
० सवंत्र विजय पाने के संकेत;
० सब कुछ सरल, स्वयं करने योग्य एबं शास्त्र शुद्ध;
० किसी भी वाममार्गी पूजा , दोनों टोटकों से नितान्त परे;
० फलदायी उपायों के सरल मन्त्र व स्तुतियाँ
० कुण्डली की कमजोरियों को संतुलित करने के अनूठे प्रयोग ;
० शत्रु शमन, कर्ज से छुटकारा, अचानक विपत्ति, अग्रिम जमानत, परीक्षा में सफलता, भविष्यकथन , मुकदमा चुनाव में विजय, सौतन से बचने कै लिए,
कुबेर यन्त्र: पूजी वृद्धि , गुप्त मनोरथ पूर्ण l
योग्य