व्यावसायिक जीवन में उतार चढाव (शनि और वृहस्पति के गोचर पर आधारित पुनरावृति तकनीक ) वैदिक ज्योतिष पुस्तको के आधिक्य से कई बाजार भरे हुए है I जिनमे जन्मपत्रियों के सामान्य संकेत पर ही विशेष ध्यान दिया गया है I वास्तविक रूप में वैयक्तिक्त अध्ययनों द्वारा स्पष्टीकृत, सांख्यकीय रूप से परीक्षित, भविष्यवाणी की पुनरावृतिक तकनीको को दर्शाता हुआ कोई भी उत्कृष्ट शोध नहीं है I प्रथम बार यह पुस्तक न केवल वैदिक ज्योतिष के भविष्यवाणी निर्धारक गुप्त सिद्धान्तों का सुस्पष्ट और सूक्ष्म विवरण प्रस्तुत करती है बल्कि इनके सफल और पुनरावृतिक प्रयोग की व्याख्या करते हुए, इस उत्कृष्ट विज्ञानं के आलोचकों द्वारा प्रस्तुत सभी संदे यहां दी गई तकनीको का परीक्षण स्वयं प्रयोग श्री के.एन. राव के आवास की प्रयोगशाला में तथा उनके मार्गदर्शन में संचालित प्रसिद्ध विधालय भारतीय विधा भवन में...
PREFACE TO THE THIRTEENTH EDITION Considering the apparently technical nature of GRAHA AND BHAVA BALAS the sale of the twelfth edition within a short period is indeed an encouraging indication...
इस पुस्तक के प्रकाशन का मुख्य ध्येय यही रहा है कि ज्योतिष के विद्यार्थी ग्रह, और भाव बल का ठीक-ठीक हिसाब लगा सकें जो शुद्ध ढंग से जन्मकुंडली की व्याख्या...
फलित नाड़ी ज्योतिष ग्रह युति (एक विह्गम दृष्टिपात )
१. नाड़ी ग्रंथो का परिचय
२. भृगु - नंदी नाड़ी : मूल सिद्धांत
३. ग्रहो की प्रवृति
४. दो अथवा तीन ग्रहो की युति के प्रभाव
५. चार या अधिक ग्रहो की युति
६. जीवन पथ विशलेषण - गुरु गोचर चक्र
७. नाड़ी ज्योतिष के ग्रह युति सरेखण एवं कारकत्व
Karmic control Planets Rahu and Ketu are only the shadows and not considered as planets still a vital role in man’s destiny. Placed in different houses and different altitudes, in...
Planets and Travel Abroad [English] by MS Mehta Publisher: Sagar Publications The author of this book, M.S. Mehta is a senior retired officer of the Indian Foreign Service. He has held...