Ram Naam Janyo Nahi [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara राम नाम जान्यो नही राम नाम के तीन आयाम है i एक नाम है, जो वर्णो में लिखा जाता है i जैसे र...
Krishan ki Baansuri ka Rahasya [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara कृष्ण की बांसुरी का रहस्य सत्संग का बड़ा प्यारा विषय है 'कृष्ण क़ी बांसुरी में छुपा है सनातन धर्म का राज...
Dhyan Vidhiyan [Hindi] by Osho Priya Publisher: Oshodhara ध्यान विधिया क्या तुम ध्यान करना चाहते हो ? तो ध्यान रखना कि ध्यान में न तो तुम्हारे सामने कुछ हो, न पीछे कुछ हो...
Shiv Ne Parvati se Kaha - Dhyan Vidhiyan 1 -38 [Hindi] by Osho Priya Publisher: Oshodhara शिव ने पार्वती से कहा (ध्यान विधिया 1-३८ ) दुनिया में सहस्त्रो धर्म ग्रन्थ है, लेकिन...
Essence of Spritualism [English] by Osho Priya Publisher: Oshodhara This book presents the scientific and philosophical background of first four out of eleven levels of Samadhi Programs – Dhyan ( Divine Awareness), Surati...
Jaat Hamari Bramh Hai, Sant Mat 6 [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara जात हमारी ब्रह्म है ऊँची नीची जाति मनुष्य के बनाए हुए है l मनुष्य की जाति तो ब्रह्मा की...
Siddharth Upanishad [English] By Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara Sadguru Osho Siddartha ji, when in Oshodhara Nanak Dham at Murthai, meets the seekers and devotees in ‘Darshan Darbar’ every Monday and Thursday form 2:...
Sampuran Adhyatam [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara संपूर्ण अध्यात्म 'संपूर्ण अध्यात्म' एक पुकार है, एक आह्वान है, एक आमंत्रण है I आमंत्रण भी है और चुनोती भी I जो साहसी लोग है,...
Nanak Naam Jahaj Hai [Hindi] by Osho Siddhartha Publisher: Oshodhara नानक नाम जहाज है " नानक नाम जहाज है " नाम से एक बार तो ऐसा लगता है कि यह गुरु नानक देव...
Bharat ke Pakshi [Hindi] by Shobha Sidharth Publisher: Oshodhara
भारत के पक्षी
सद्गुरु ओशो सिद्धार्थ जी ने जब मुझसे उमंग प्रज्ञा कार्यक्रम में पक्षियों में विषय में सेशन लेने को कहा, तो मेरे लिए चुनोती बन गयी I घर की छत पर खड़े होकर मैंने आसमान की और नज़र उठाई I उस साफ नील आकाश में पक्षियों को पहली बार हवा से अठखेलियाँ करते देखा I में घंटो निहारती रही और परमात्मा ने खुद मुझे परिचित कराया उनकी बनायीं हुई सुन्दर दुनिया से, जिसे मैंने अबतक अनदेखा किया हुआ था I
'उमंग प्रज्ञा ' के दौरान मैंने कई पक्षियों को करीब से जाना I कई मेरे मित्र बने I दिल्ली और उसके आस-पास के अभयारण्यो में खूब भ्रमण किया I सद्गुरु ने भरतपुर बर्ड सैंक्चुअरी में हिंदी में एक फिल्ड गाइड लिखने की चर्चा की और मुझसे कहा की कोशिश करू I
कह तो नहीं सकती कि कुछ ही समय में मैं पक्षियों की जानकार बन गई हु, लेकिन मैं यह अवश्य कह सकती हु कि मुझसे ज्यादा पक्षियों से कोई प्रेम नहीं करता I रोज मैं उन्हे दाना खिलातु हु, पानी पिलाती हु I अक्सर सपने में उनके साथ उड़ान भरती हु I
आशा है मुझे इस पुस्तक को तैयार करने में जीतन आनंद आया, आपको पक्षियों के अदभुत संसार में प्रवेश करके उतनी ही प्रसन्नता होगी I