वनस्पति तंत्र और शाबर मन्त्र वनस्पतियों में अमृत होता है l ये जहां तन- मन को रोगमुक्त करती है, वहीं विशेष प्रयोग द्वारा मनोकामनाओं को भी पूर्ण करती है l...
NADI JYOTISH SHASTRA ज्योतिष शास्त्र की ही एक प्राचीन विधा है - - नाड़ी ज्योतिष I यह दक्षिण भारत में विशेष रूप से प्रचलित है I दक्षिण भारत में अनेक नाड़ी ग्रन्थ लिखे गए, जो मानव जीवन की रहस्यमय घटनाओ का उदघाटन करते है I ये नाड़ी ग्रन्थ ग्रह - स्थिति पर आधारित होने के बावजूद फलादेश प्रधान है I जन्मकुण्डली का विश्लेषण सूक्ष्मता से करने में नाड़ी ग्रन्थ महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है I प्रस्तुत पुस्तक 'नाड़ी ज्योतिष शास्त्र ' चंद्र नाड़ी या...
विशोत्तरी दशाफल निर्णय सूर्यादि ग्रहो के भावफल, राशिफल, दृष्टिफल, अवस्था फल, राजयोगों, धनयोगों, दरिद्रयोगो तथा अरिष्टादि योगो का समस्त शुभाशुभ फल जातक को सबंधित ग्रहो की दशाओ में ही प्राप्त...
हनुमान तंत्र सिद्धि
हनुमान राम भक्त है I इन्हे देवताओ से वर प्राप्त है कि कोई भी इनका कुछ बिगाड़ नहीं सकता I आठो सिद्धियाँ और नौ निधियाँ सदैव !इनकी सेवा में तत्पर रहती है I क्रूर से क्रूर ग्रह इनके सामने अस्त हो जाता है I इसीलिए मंगलमूर्ति अंजनिपुत्र सभी कष्टों को हरने वाले है I रामभक्त के रूप में जहां इस साक्षात देवता की सात्विक पूजा का विधान है, वही तंत्र ग्रन्थों में रौद्र - साधनाओ का भी प्रतिपादन किया गया है I हनुमान जी का यह रूप उच्चाटन आदि कर्मो में अत्यन्त कुशलतापूर्वक प्रयोग में लाया जाता है I
इस पुस्तक में अनुष्ठान और उनके विभिन्न प्रयोगों की सामान्य साधना के लिए शास्त्र सममत, संक्षिप्त तथा सटीक जानकारी दी गई है I
प्रत्येक साधक के लिए उपयोगी
और संग्रह करने योग्य पुस्तक !
जन्मकुंडली फलित दर्पण कुंडली में सिमटा होता है -जातक का भविष्य l उसके विभिन्न पक्षों का खुलासा करने के लिए ज्योतिष के विद्वानों ने अनेक ग्रंथो की रचना की, यह...